नयी दिल्ली, 29 जुलाई (भाषा) ‘टाइम्स हायर एजुकेशन’ पत्रिका के वैश्विक मामलों के मुख्य अधिकारी फिल बैटी ने कहा है कि भारत नए रिकॉर्ड बनाएगा और 2026 की ‘टाइम्स हायर एजुकेशन रैंकिंग’ में अमेरिका के बाद दुनिया में दूसरा सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व वाला देश बन जाएगा।
नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की पांचवीं वर्षगांठ के अवसर पर एक बयान में बैटी ने यह टिप्पणी की।
उन्होंने कहा, “इस साल आठ अक्टूबर को होने वाले ‘वर्ल्ड एकेडमिक समिट’ में जब 2026 की विश्व रैंकिंग जारी की जाएगी, तो भारत नया रिकॉर्ड बनाएगा और अमेरिका के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व वाला दूसरा देश बन जाएगा। इसका मतलब साफ है कि भारत के विश्वविद्यालय अब दुनिया के शीर्ष अनुसंधान संस्थाानों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं।”
बैटी ने कहा, ‘‘लेकिन अगर हम एक अलग तरह के पैमानों से देखें — जैसे समाज और अर्थव्यवस्था पर इन विश्वविद्यालयों के असर को ध्यान में रखते हुए तो भारत के विश्वविद्यालय अब वाकई में चमकने लगे हैं।”
‘टाइम्स हायर एजुकेशन इम्पैक्ट रैंकिंग’ को 2026 के लिए ‘सस्टेनेबिलिटी इम्पैक्ट रेटिंग’ के रूप में पुनः जारी किया गया है। इसमें संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) में योगदान के आधार पर विश्वविद्यालयों के सामाजिक और आर्थिक प्रभाव का आकलन किया जाता है।
बैटी ने कहा कि भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 इतनी अधिक आगे की सोच वाली और साहसिक थी कि जब इसे पांच साल पहले शुरू किया गया था, तो कई लोगों ने कहा था कि यह बहुत ज़्यादा महत्वाकांक्षी है और सफल नहीं हो पाएगी।
उन्होंने कहा कि अब, जब एनईपी 2020 को औपचारिक रूप से लागू हुए पांच साल हो चुके हैं, तो यह साबित करने वाले कई स्वतंत्र सबूत सामने आ रहे हैं कि कोविड महामारी जैसी बड़ी रुकावट के बावजूद यह साहसिक योजना तेज़ी से हकीकत बनती जा रही है।
भाषा नोमान नेत्रपाल
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