गुवाहाटी, 29 जुलाई (भाषा) असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और बाघ अभयारण्य (केएनपीटीआर) में दो वर्षों में 44 बाघ बढ़े हैं और यहां कुल संख्या अब 148 हो गयी है। मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी।
इस अभयारण में 2022 में गिनती में 104 बाघों का पता चला था।
‘काजीरंगा में बाघों की स्थिति, 2024’ नामक इस रिपोर्ट में कहा गया है कि यह वृद्धि विशेष रूप से बिश्वनाथ वन्यजीव प्रभाग में पहली बार नमूना लिए जाने के कारण उल्लेखनीय है, जहां 27 और बाघों की गणना ने समग्र वृद्धि में योगदान दिया है।
मुख्य पूर्वी असम वन्यजीव प्रभाग में बाघों की संख्या 2022 के 104 से बढ़कर 2024 में 115 हो गई, जबकि नागांव वन्यजीव प्रभाग में बाघों की संख्या छह पर स्थिर बनी हुई है।
वन के तीन प्रभागों में पहचाने गए 148 वयस्क बाघों में से 83 मादा एवं 55 नर हैं तथा 10 के लिंग का फिलहाल पता नहीं चल पाया है।
एक अधिकारी ने बताया कि रिपोर्ट और विभिन्न स्रोतों द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के आधार पर, यह अनुमान लगाया जा सकता है कि 18.65 बाघ प्रति वर्ग किलोमीटर की आबादी के साथ, काजीरंगा अब दुनिया में बाघों के घनत्व के मामले में तीसरे स्थान पर है। बांदीपुर बाघ अभयारण्य 19.83 बाघ प्रति वर्ग किलोमीटर के साथ पहले तथा कार्बेट राष्ट्रीय प्राणि उद्यान 19.56 बाघों के साथ दूसरे स्थान पर है।
अधिकारी ने कहा कि बाघों की आबादी में इस उत्साहजनक वृद्धि के प्रमुख कारणों में आवास विस्तार और संरक्षण शामिल है।
भाषा राजकुमार पवनेश
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