मोतिहारी (बिहार), 29 जुलाई (भाषा) बिहार में न केवल कुत्ता, बल्कि एक निर्जीव ट्रैक्टर भी आवास प्रमाण पत्र के लिए होड़ में लगा हुआ है।
ग्रामीण पटना के बहुचर्चित ‘कुत्ता बाबू’ प्रकरण के बाद अब यह बात सामने आयी है कि सुदूर पूर्वी चंपारण जिले में ‘सोनालिका ट्रैक्टर’ के नाम से एक आवेदन दिया गया है, जिसमें ‘स्वराज ट्रैक्टर’ और ‘कार देवी’ का वंशज होने का दावा किया गया है।
हालांकि, पुलिस अधीक्षक (एसपी) स्वर्ण प्रभात ने स्पष्ट किया कि 17 जुलाई के इस ऑनलाइन आवेदन पर कभी विचार नहीं किया गया और ऐसा करने वाले शरारती तत्व की तलाश शुरू कर दी गई है, जिसने आवेदन के साथ एक प्रसिद्ध भोजपुरी अभिनेत्री की तस्वीर भी चिपका दी थी।
एसपी ने कहा, ‘‘कोटवा के क्षेत्रीय अधिकारी ने आवेदन प्राप्त होते ही उसे खारिज कर दिया। लेकिन मामला इंटरनेट से डाउनलोड की गई एक तस्वीर के गलत इस्तेमाल से भी जुड़ा है। इसलिए संबंधित थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस आवदेन पर कोई प्रमाणपत्र जारी नहीं किया गया है। अब हम ‘आईपी एड्रेस’ के ज़रिए उपयोगकर्ता का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। पकड़े जाने पर उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।’’
इससे पहले, राज्य की राजधानी पटना के बाहरी इलाके मसौढ़ी में, ‘कुत्ता बाबू’ और ‘कुतिया देवी’ के बेटे ‘डॉग बाबू’ के नाम पर एक प्रमाणपत्र जारी किया गया था, जिससे प्रशासन को काफ़ी शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी और उसे तुरंत रद्द करवा दिया गया था।
इसके अलावा, प्राथमिकी दर्ज करने के अतिरिक्त आवेदन को अनजाने में अग्रेषित करने के लिए एक कंप्यूटर संचालक को बर्खास्त कर दिया गया था और राजस्व विभाग के अधिकारी के निलंबन की सिफारिश की गयी थी, जिसने लापरवाही से प्रमाण पत्र जारी किया था।
भाषा
राजकुमार पवनेश
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