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Friday, August 1, 2025

एम्स जोधपुर में ट्रॉमा ब्लॉक की डिज़ाइन पर सवाल, आपात सेवाएं खतरे में!

Fast Newsएम्स जोधपुर में ट्रॉमा ब्लॉक की डिज़ाइन पर सवाल, आपात सेवाएं खतरे में!

पश्चिमी राजस्थान के प्रमुख चिकित्सा संस्थान एम्स जोधपुर (AIIMS Jodhpur) में निर्माणाधीन ट्रॉमा और क्रिटिकल केयर ब्लॉक (CCB) को लेकर कई गंभीर व्यवहारिक खामियां उजागर हुई हैं। करोड़ों रुपये की लागत से बन रहे इस भवन की डिज़ाइन ऐसी कमियों से ग्रसित है, जो न केवल आपात सेवाओं को प्रभावित करेंगी बल्कि भविष्य में संस्थान के विस्तार की संभावनाओं को भी सीमित कर देंगी।

डिजास्टर मैनेजमेंट ज़ोन का अभाव

आपदा प्रबंधन की दृष्टि से यह अत्यंत चिंताजनक है कि डिज़ाइन में कोई पृथक डिज़ास्टर ज़ोन शामिल नहीं है। सूत्रों के अनुसार, किसी बड़े हादसे या आपदा के समय बड़ी संख्या में घायलों के समुचित उपचार के लिए कोई अलग व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे व्यवस्थाएं बुरी तरह चरमरा सकती हैं।

ब्लड बैंक और लैब की अनुपलब्धता

ब्लड बैंक जैसी मूलभूत चिकित्सा सुविधा के लिए भवन में कोई निर्धारित स्थान नहीं है। इस कारण गंभीर मरीजों को ‘गोल्डन ऑवर’ में रक्त उपलब्ध कराना कठिन हो जाएगा। इसके साथ ही, इमरजेंसी टेस्टिंग के लिए कोई प्रयोगशाला (Lab) भी नहीं है, जिससे इलाज में देरी हो सकती है।

परिजनों के लिए प्रतीक्षालय की कमी

एक महत्वपूर्ण मानवीय आवश्यकता के रूप में, मरीजों के परिजनों के लिए कोई प्रतीक्षालय नहीं बनाया गया है। यह न केवल असुविधाजनक है बल्कि एक सार्वजनिक अस्पताल की गरिमा के भी विरुद्ध है।

मेडिकल स्टोर और उपकरणों की व्यवस्था नहीं

पूर्व सर्जरी विशेषज्ञों के अनुसार, एक अत्याधुनिक ट्रॉमा सेंटर में इम्प्लांट, स्प्लिंट और कंज्यूमेबल्स जैसी सामग्रियों के लिए ऑपरेशन थिएटर और इमरजेंसी यूनिट के पास स्टोर होना अनिवार्य है। लेकिन वर्तमान डिज़ाइन में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है।

भविष्य में विस्तार की कोई संभावना नहीं

भवन के चारों ओर पहले से बनी संरचनाओं के कारण भविष्य में किसी भी तरह के विस्तार की संभावना नहीं है। यह डिज़ाइन स्तर पर गंभीर चूक मानी जा रही है, जिससे संस्थान के दीर्घकालिक विकास पर असर पड़ सकता है।

चेतावनी के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं

सूत्रों के अनुसार, एम्स के एक पूर्व अधिकारी ने इन खामियों की जानकारी कार्यकारी निदेशक को पत्र द्वारा दी थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इससे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

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FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1: एम्स जोधपुर का ट्रॉमा सेंटर कब तक बनकर तैयार होगा?
A: निर्माण कार्य प्रगति पर है, लेकिन खामियों के कारण समय सीमा पर प्रश्नचिह्न है।

Q2: क्या भवन में आपातकालीन लैब की व्यवस्था होगी?
A: फिलहाल डिज़ाइन में ऐसी कोई व्यवस्था शामिल नहीं है।

Q3: ब्लड बैंक कहां स्थित होगा?
A: मौजूदा डिज़ाइन में ब्लड बैंक के लिए कोई अलग स्थान निर्धारित नहीं है।

Q4: क्या डिज़ाइन में सुधार की कोई संभावना है?
A: पूर्व अधिकारियों द्वारा सुझाव दिए गए हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

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