बेंगलुरु, 30 जुलाई (भाषा) कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार कानून और नियमों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लेगी कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी प्रणब मोहंती को बदलने की जरूरत है या नहीं, जो ‘धर्मस्थल’ में ‘बड़े पैमाने पर शवों को दफनाने’ के आरोपों की जांच के लिए गठित एसआईटी प्रमुख हैं।
वह मोहंती के स्थान पर किसी अन्य को नियुक्त करने के संबंध में संवाददाताओं द्वारा पूछे गए प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। मोहंती का नाम महानिदेशक स्तर के अधिकारियों की केंद्र सरकार की उस सूची में है जो केंद्र सरकार में सेवा दे सकते हैं।
परमेश्वर ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘हम इस बात पर चर्चा करेंगे कि क्या वह (मोहंती) केंद्र में नई भूमिका में रहते हुए विशेष जांच दल (एसआईटी) का नेतृत्व जारी रख सकते हैं या उन्हें हटा दिया जाना चाहिए। अगर कानून और नियम इसकी इजाजत देते हैं तो वह एसआईटी का नेतृत्व जारी रख सकते हैं। हम उन्हें बनाए रखेंगे। अगर उन्हें बदलने की जरूरत पड़ी तो सरकार उसी स्तर के अधिकारी की नियुक्ति करेगी।’
एसआईटी जांच के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘मैं ‘धर्मस्थल’ एसआईटी जांच पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। जांच पूरी होने और रिपोर्ट मिलने के बाद ही हम कुछ कह सकते हैं। तब तक मैं कुछ नहीं बोलूंगा।’
पिछले दो दशकों में ‘धर्मस्थल’ में कथित सामूहिक हत्या, बलात्कार और बड़े पैमाने पर शवों को दफन करने के दावों के बाद राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन किया था।
भाषा नोमान नरेश
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