नयी दिल्ली, 30 जुलाई (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की पावरग्रिड कॉरपोरेशन का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 2.5 प्रतिशत घटकर 3,630.58 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मुनाफे में यह गिरावट खर्च बढ़ने के कारण हुई।
पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का मुनाफा 3,723.92 करोड़ रुपये रहा था।
पावरग्रिड ने बुधवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि उसकी कुल आमदनी समीक्षाधीन तिमाही में बढ़कर 11,444.42 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 11,279.59 करोड़ रुपये थी। उसका खर्च बढ़कर आलोच्य तिमाही में 7,114.23 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 6,643.07 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी ने निदेशक मंडल ने 2025-26 के लिए निजी नियोजन के तहत गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर जारी करने सहित विभिन्न स्रोतों से उधार सीमा को 16,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 25,000 करोड़ रुपये करने की मंजूरी दी है।
निदेशक मंडल ने 2026-27 के दौरान एक या एक से अधिक किस्तों में घरेलू बॉन्ड सहित विभिन्न स्रोतों से 30,000 करोड़ रुपये तक जुटाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी।
बोर्ड ने पावरग्रिड और पावरग्रिड इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (पीजीइनविट) के गठजोड़ के माध्यम से 500 करोड़ रुपये की कुल अनुमानित परियोजना लागत के साथ दो टीबीसीबी (शुल्क आधारित प्रतिस्पर्धी बोली) परियोजनाओं में पावरग्रिड की भागीदारी के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी।
निदेशक मंडल ने पावरग्रिड और इंडिया ग्रिड ट्रस्ट के संयुक्त उद्यम, पार्बती कोल्डम ट्रांसमिशन कंपनी से पावर ग्रिड को अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने और इससे बाहर निकलने की सैद्धांतिक मंजूरी भी दी है।
निदेशक मंडल ने भारत और नेपाल के बीच पारेषण अंतरसंबंध के लिए पावरग्रिड और नेपाल विद्युत प्राधिकरण (एनईए) के बीच संयुक्त उद्यम के गठन को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी।
भाषा अनुराग अजय
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