कोलकाता, 30 जुलाई (भाषा) कलकत्ता विश्वविद्यालय (सीयू) से संबद्ध राज्य सरकार संचालित बेहाला कॉलेज को स्वायत्त दर्जा प्रदान किया गया है जिससे संस्थान को आगामी दस वर्षों तक शैक्षणिक गतिविधियों के स्वतंत्र संचालन की अनुमति मिल गई है। विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
विश्वविद्यालय ने सोमवार को कॉलेज प्रशासन को एक पत्र जारी कर स्वायत्त दर्जा दिए जाने की सूचना दी।
कॉलेज के एक अधिकारी ने बताया कि बेहाला कॉलेज पश्चिम बंगाल का एकमात्र गैर-धार्मिक, गैर-अल्पसंख्यक और राज्य सरकार से सहायता प्राप्त संस्थान है जिसे यह दर्जा प्राप्त हुआ है।
विश्वविद्यायल के रजिस्ट्रार देबाशीष दास द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में कॉलेज प्राचार्या शर्मिला मित्रा को संबोधित करते हुए लिखा गया, ‘‘कलकत्ता विश्वविद्यालय बेहाला कॉलेज को शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से 2034-35 तक के लिए इस विश्वविद्यालय के अंतर्गत एक स्वायत्त कॉलेज का दर्जा देने की घोषणा करता है।’’
विश्वविद्यालय ने यह निर्णय विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की उस सिफारिश के बाद लिया जिसमें कॉलेज को स्वायत्त दर्जा देने की अनुशंसा की गई थी।
कॉलेज की प्राचार्या शर्मिला मित्रा ने बताया कि अगस्त से कॉलेज अंग्रेजी, साइबर सुरक्षा एवं डिजिटल फॉरेंसिक, भू-सूचना विज्ञान, अनुप्रयुक्त सूक्ष्म जीवविज्ञान और आंकड़ा विज्ञान एवं विश्लेषण समेत कुल पांच विषयों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शुरू करेगा।
उन्होंने कहा कि ये पाठ्यक्रम कॉलेज में पहले से संचालित स्नातकोत्तर के चार विषय रसायन शास्त्र, गणित, बंगला और इतिहास के अतिरिक्त होंगे जिससे अब कॉलेज में कुल नौ विषयों में पीजी पाठ्यक्रम संचालित किया जाएगा।
वर्ष 1963 में स्थापित बेहाला कॉलेज में दो हजार से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। हाल ही में इसे यूजीसी द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च ‘ए++’ एनएएसी मूल्यांकन प्राप्त हुआ है।
पश्चिम बंगाल के अन्य प्रमुख स्वायत्त कॉलेजों में सेंट जेवियर्स कॉलेज, रामकृष्ण मिशन विद्यामंदिर (बेलूर) और स्कॉटिश चर्च कॉलेज शामिल हैं।
भाषा राखी नेत्रपाल
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