राजस्थान के जयपुर निवासी प्रकाश चंद्र जोशी (60) को माली में एक आतंकी संगठन जमात नस्रत अल-इस्लाम वल मुस्लिमीन (JNIM) ने एक जुलाई को अगवा कर लिया था। वे माली स्थित डायमंड सीमेंट फैक्ट्री में कंसल्टेंट और जनरल मैनेजर के तौर पर कार्यरत थे। अब एक महीने से अधिक का समय बीत जाने के बावजूद उनके परिजनों को कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है।
100 आतंकियों ने किया हमला, तीन भारतीय और एक चीनी अगवा
घटना 1 जुलाई को सुबह करीब 6:30 बजे हुई, जब लगभग 100 हथियारबंद आतंकियों ने डायमंड सीमेंट परिसर पर धावा बोल दिया। हमलावरों ने गोलीबारी की, इमारतों और वाहनों को नुकसान पहुंचाया और वहां मौजूद चार विदेशी कर्मचारियों—तीन भारतीयों और एक चीनी नागरिक—को अगवा कर लिया।
बेटी का आरोप: सरकार से अब तक कोई मदद नहीं
प्रकाश जोशी की बेटी चित्रा जोशी ने NDTV से बातचीत में बताया कि घटना के तुरंत बाद एक स्थानीय सूत्र से अपहरण की पुष्टि हुई। अगले दिन कंपनी की ओर से औपचारिक ईमेल मिला, लेकिन तब से अब तक कोई संपर्क नहीं हुआ है। उन्होंने कहा,
हमने विदेश मंत्रालय, दिल्ली स्थित माली दूतावास और कंपनी से कई बार संपर्क किया, लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं मिली। सिर्फ भाजपा सांसद राव राजेन्द्र सिंह ने मदद की कोशिश की है।
चित्रा ने यह भी बताया कि उनके पिता डायबिटीज के मरीज हैं और सख्त शाकाहारी हैं। दवाएं और उपयुक्त भोजन न मिलने से उनकी सेहत को गंभीर खतरा हो सकता है।
साथ अगवा हुए दो और भारतीय
इस हमले में तेलंगाना के साव्या लिंगेस्वरा राव और नागपुर के जयशंकर माणिक शर्मा भी अगवा हुए थे। उनके परिजनों ने भी सरकार से संपर्क किया है और संयुक्त रूप से मदद की अपील की है।
कोई फिरौती मांग या रिहाई की बात नहीं
परिवारों ने अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति, विदेश मंत्रालय और माली दूतावास को सभी जरूरी दस्तावेज सौंप दिए हैं। इसके बावजूद न तो फिरौती की कोई मांग सामने आई है, न ही रिहाई से जुड़ी कोई सूचना।
विदेश मंत्रालय की पुष्टि, लेकिन कोई प्रगति नहीं
2 जुलाई को विदेश मंत्रालय ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा था कि माली में भारतीय मिशन स्थानीय अधिकारियों और कंपनी के प्रतिनिधियों के संपर्क में है। लेकिन एक महीने बाद भी कोई ठोस अपडेट नहीं आया है।
पीएम और सीएम से भावुक अपील
जोशी की पत्नी सुमन जोशी की तबीयत भी मानसिक तनाव के कारण बिगड़ गई है। परिवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से अपील की है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप कर प्रकाश जोशी सहित अन्य भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करें।
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