भुवनेश्वर, छह अगस्त (भाषा) ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले में बुधवार को एक युवक ने बिरिडी पुलिस थाने में उसे यातना दिए जाने का आरोप लगाया, जिसके बाद अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दिए।
युवक की पहचान बलिया निवासी पार्थ सारथी दास के रूप में हुई है।
दास ने संवाददाताओं से कहा कि कथित घटना 25 जुलाई को बिरिडी ब्लॉक कार्यालय में एक निर्धारित समीक्षा बैठक के दौरान हुई, जिसकी अध्यक्षता बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक रमाकांत भोई को करनी थी।
हालांकि, दास ने कहा कि विधायक की अनुपलब्धता के कारण बैठक नहीं हो सकी, जिसके बाद कार्यक्रम स्थल पर दो समूहों के बीच झड़प हो गई।
दास ने आरोप लगाया, “दोनों समूहों में झड़प के बाद पुलिस ने मुझे ब्लॉक कार्यालय से उठाया और बिरिडी थाने ले गई। थाने में पुलिसकर्मियों ने मुझे निर्वस्त्र कर दिया, मेरी पिटाई की और मुझे धमकी दी।”
उसने दावा किया कि घटना के बाद उसका इलाज जारी है।
दास के मुताबिक, उसने तीन अगस्त को जगतसिंहपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) के समक्ष औपचारिक शिकायत दर्ज कराई थी और ओडिशा मानवाधिकार आयोग का भी रुख किया था।
हालांकि, जगतसिंहपुर के एसपी भवानी शंकर उद्गाता ने कहा कि उन्हें बुधवार को मीडिया से कथित घटना के बारे में पता चला और उन्होंने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
उद्गाता ने कहा, “पहले किसी ने ऐसा कोई आरोप नहीं लगाया था। मुझे आज मीडिया में आई खबरों से घटना के बारे में पता चला। मैंने मामले की जांच के लिए अतिरिक्त एसपी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम गठित की है।”
उन्होंने कहा कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज व अन्य सबूतों की जांच करेगी और इस दौरान अगर पुलिसकर्मी दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।
भाषा पारुल सुरेश
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