बहरोड़ में आयोजित एक कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने स्वागत के दौरान माला और साफा पहनने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि झालावाड़ में सरकारी स्कूल की इमारत गिरने से 7 बच्चों की मौत के बाद उन्होंने कुछ समय तक किसी प्रकार का स्वागत या सम्मान न लेने का निर्णय लिया है।
भामाशाहों से स्कूलों की इमारतों के लिए सहयोग की अपील
बहरोड़ के भिटेड़ा गांव में सेठ राज नारायण लॉ कॉलेज की पहली मंजिल के शिलान्यास से पहले, अग्रवाल समाज द्वारा स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान मंत्री ने कहा— सरकारी स्कूलों की जीर्ण-शीर्ण इमारतें मरम्मत और निर्माण की मांग कर रही हैं। सरकार पूरी कोशिश कर रही है, लेकिन सब काम एक साथ संभव नहीं। अगर समाज और भामाशाह सहयोग करेंगे तो बच्चों को सुरक्षित पढ़ाई का माहौल मिल सकेगा।
उन्होंने स्थानीय भामाशाह श्रीधर गुप्ता और राजेश नारायण से सहयोग का अनुरोध किया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
बच्चे सभी के, सुरक्षा सबकी जिम्मेदारी
मंत्री ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा किसी एक व्यक्ति या समाज की नहीं, बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है। सरकार आवश्यक कदम उठा रही है और समाज का सहयोग मिलने पर यह प्रयास और मजबूत होंगे।
कॉलेज की पहली मंजिल का शिलान्यास
अग्रवाल समाज के अध्यक्ष संजय अग्रवाल की अगुवाई में मंत्री का स्वागत किया गया, जिसके बाद वे भिटेड़ा गांव पहुंचे और सेठ राज नारायण लॉ कॉलेज की पहली मंजिल का शिलान्यास किया। यह मंजिल लगभग डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से भामाशाह राजेश गुप्ता के सहयोग से निर्मित होगी।
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