स्वतंत्रता दिवस से पहले राजस्थान के इंटरनेशनल बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर बॉर्डर पर BSF ने पेट्रोलिंग बढ़ा दी है। इसी बीच जैसलमेर बॉर्डर पर सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है। गुरुवार शाम जैसलमेर के लोंगेवाला पोस्ट पर जवानों को एक चाइनीज हाईटेक जासूसी ड्रोन मिला, जिसमें कैमरा भी लगा है। वहीं इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
सूत्रों के अनुसार, ड्रोन जैसलमेर सेक्टर साउथ में मिला था। इसकी कंट्रोलिंग कहां से हो रही थी, इसका पता लगाया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियां ड्रोन की रेंज, फीड और तकनीक की जांच कर रही हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने राजस्थान बॉर्डर के पास ड्रोन अटैक किए थे, जिसके बाद से यहां आम नागरिकों के लिए ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध है। आशंका है कि इस ड्रोन का उपयोग सीमा पर सैन्य गतिविधियों की निगरानी या डाटा संग्रह के लिए किया गया हो सकता है।
1971 के भारत-पाक युद्ध में लोंगेवाला सेक्टर ऐतिहासिक रूप से अहम रहा है। उस समय 2,000 पाकिस्तानी सैनिकों के सामने मात्र 120 भारतीय जवान डटे रहे। वायुसेना के हंटर विमानों ने पाकिस्तान के 45 चाइनीज टैंक ध्वस्त कर दिए थे।
यह भी पढ़ेंः- खाटूश्यामजी को मिलेगी सीधी रेल कनेक्टिविटी, मंदिर से मात्र 1.5 किमी दूर बनेगा स्टेशन