कांग्रेस पार्टी ने 11 अगस्त को दिल्ली में पार्टी के प्रभारी और महासचिवों की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। इसकी अध्यक्षता कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक का मुख्य एजेंडा हाल ही में सामने आई मतदाता सूची में गड़बड़ी से जुड़े आरोप होंगे। इस पर गहन चर्चा के साथ-साथ, इस मुद्दे पर पार्टी के राष्ट्रव्यापी कैंपेन की रणनीति भी तय की जाएगी। बैठक में विभिन्न राज्यों के संगठन प्रभारी और वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट, मध्य प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी और असम प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह भी बैठक में मौजूद रहेंगे। इसके अलावा, बैठक में आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र संगठनात्मक रणनीतियों, मतदाता तक सीधी पहुंच बनाने के तरीकों और राज्यवार कैंपेन प्लान पर भी विचार किया जाएगा।
गुरुवार को चुनाव आयोग पर ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाने के बाद, राहुल गांधी ने शुक्रवार को बेंगलुरु में कहा—आज जब हिंदुस्तान की जनता हमारे डेटा को लेकर इलेक्शन कमिशन से सवाल पूछ रही है, तो आयोग ने अपनी वेबसाइट बंद कर दी है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार की वेबसाइट्स बंद कर दी गई हैं। हमारी मांग है कि चुनाव आयोग हमें पूरे देश की इलेक्ट्रॉनिक वोटर लिस्ट दे। अगर यह हमें मिल जाए, तो हम साबित कर देंगे कि केवल एक सीट नहीं, बल्कि पूरे देश में सीटें चोरी हुई हैं।”
राहुल गांधी ने दावा किया कि कांग्रेस के पास बड़े पैमाने पर साक्ष्य मौजूद हैं—इतना बड़ा कागजों का ढेर था। हमने एक-एक फोटो को लाखों फोटो से कंपेयर किया। हर नाम को चेक किया। हिंदुस्तान का पूरा डेटा सबूत है, और अगर कोई इसे नष्ट करता है, तो वह लोकतंत्र को नष्ट कर रहा है। हमें सिर्फ एक सीट की सच्चाई सामने लाने में छह महीने लगे। अगर आयोग ने हमें डेटा नहीं दिया, तो हम कई सीटों पर यही काम कर सकते हैं। हमारे पास पेपर और कॉपियां मौजूद हैं। आप सच्चाई को छिपा नहीं सकते। एक न एक दिन आपको विपक्ष का सामना करना ही पड़ेगा। हर अधिकारी और चुनाव आयुक्त को यह बात अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए।
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