नयी दिल्ली, 10 अगस्त (भाषा) मारुति सुजुकी इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि सार्वजनिक चार्जिंग बुनियादी ढांचे का विकास इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की स्वीकार्यता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
उन्होंने कहा कि गाड़ी के पूरी तरह चार्ज होने के बाद तय की जाने वाली दूरी को लेकर ग्राहकों की चिंता के चलते घरेलू इस्तेमाल के लिए ईवी को स्वीकार करने में बाधा है।
घरेलू बाजार में इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों की बिक्री लगभग दोगुनी हो गई है, लेकिन कुल मिलाकर यह संख्या अब भी बहुत कम है।
मारुति सुजुकी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (विपणन और बिक्री) पार्थो बनर्जी ने बातचीत में कहा, ‘‘ईवी का कुल योगदान 4.5 प्रतिशत (कुल यात्री वाहनों की बिक्री में) है। यह 2.4 प्रतिशत से बढ़कर 4.5 प्रतिशत हो गया है। निश्चित रूप से यह 100 प्रतिशत वृद्धि है, लेकिन क्या यह टिकाऊ है?’’
मारुति सुजुकी चालू वित्त वर्ष में अपना पहला इलेक्ट्रिक मॉडल – ई-विटारा पेश करने के लिए तैयार है।
बनर्जी ने कहा कि इस खंड में पर्याप्त वृद्धि नहीं देखी जा रही है, क्योंकि ग्राहक ईवी को घर की पहली कार के रूप में नहीं देखते हैं।
उन्होंने कहा कि जहां वाहन विनिर्माताओं ने कारों में 500 किलोमीटर की ‘ड्राइविंग रेंज’ देने की चिंता को दूर कर लिया है, वहीं सार्वजनिक चार्जिंग बुनियादी ढांचे को लेकर अब भी चिंताएं बनी हुई हैं।
भाषा पाण्डेय अजय
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