अगरतला, 11 अगस्त (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की त्रिपुरा इकाई के पांच-सदस्यीय एक दल ने सोमवार को नयी दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी एल संतोष से मुलाकात की और जनजातीय राजनीति से जुड़े संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा की।
पार्टी अगले वर्ष की शुरुआत में होने वाले त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएएडीसी) चुनाव से पहले भाजपा के जनजातीय प्रकोष्ठ ‘जनजाति मोर्चा’ को मजबूत करना चाहती है।
टीटीएएडीसी क्षेत्र राज्य के भौगोलिक क्षेत्रफल का दो-तिहाई हिस्सा है और यहां राज्य की एक-तिहाई जनसंख्या वाले जनजातीय लोग रहते हैं।
वरिष्ठ नेता रेबती त्रिपुरा ने कहा, ‘‘बैठक के दौरान पार्टी के जनजातीय प्रकोष्ठ और उसकी गतिविधियों को जनजातीय क्षेत्रों में कैसे मजबूत किया जाए, इस पर विस्तार से चर्चा हुई। संतोष जी ने जनजाति मोर्चा को मजबूत करने के लिए पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।’’
उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान पिछले महीने खोवाई जिले के आश्रमबाड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ सुन रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर हुए कथित हमले पर भी चर्चा हुई।
त्रिपुरा ने कहा, ‘‘ऐसा लगा कि (मन की बात) कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं पर हुए हमले से संतोष जी नाखुश थे।’’
इस हमले में भाजपा के छह कार्यकर्ता घायल हुए थे। आरोप है कि यह हमला पार्टी के सहयोगी टिपरा मोथा पार्टी (टीएमपी) के समर्थकों ने किया था।
पूर्व शाही परिवार के सदस्य प्रद्योत किशोर देबबर्मा द्वारा गठित जनजातीय-आधारित टीएमपी ने 2021 में टीटीएएडीसी में सत्ता हासिल की थी। इसके बाद इस विपक्षी दल ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भाजपा के साथ गठबंधन किया।
त्रिपुरा ने बताया कि मंत्रिपरिषद के सदस्यों और जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष परिमल देबबर्मा सहित यह प्रतिनिधिमंडल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से भी मुलाकात करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद है कि हम कल या परसों नड्डा जी से मिलेंगे और विशेष रूप से जनजातीय राजनीति को लेकर संगठनात्मक मामलों पर चर्चा करेंगे।’’
भाषा राखी सुरेश
सुरेश