कारगिल, 11 अगस्त (भाषा) केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और क्षेत्र को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (केडीए) और लेह एपेक्स बॉडी (एलएबी) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित तीन दिवसीय अनशन सोमवार को एक जनसभा के साथ समाप्त हुआ।
इस दौरान प्रदर्शन में शामिल नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि केंद्र सरकार ने उनके साथ नए दौर की वार्ता करने में अपनी ‘देरी की रणनीति’ जारी रखती है तो वे अपना आंदोलन तेज कर देंगे।
रैली शहर के हुसैनी पार्क में अनशन स्थल से शुरू हुई और इसमें दोनों समूहों के नेताओं ने भाग लिया, जिनमें एलएबी के सह-अध्यक्ष चेरिंग दोरजे और जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक, केडीए के सह-अध्यक्ष असगर अली करबलाई और कमर अली अखून, और लद्दाख के सांसद मोहम्मद हनीफा जान शामिल थे।
धार्मिक नेताओं और पर्वतीय परिषद के सदस्यों सहित हजारों प्रतिभागियों ने कस्बे में मार्च किया और राज्य का दर्जा, छठी अनुसूची, लोक सेवा आयोग और लेह तथा कारगिल के लिए अलग-अलग लोकसभा सीट की मांग के समर्थन में नारे लगाए।
भाषा धीरज प्रशांत
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