अलीगढ़ (उप्र), 11 अगस्त (भाषा) शुल्क वृद्धि को वापस लेने और छात्र संघ चुनाव कराने समेत विभिन्न मांगों को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) परिसर में छात्रों का प्रदर्शन चौथे दिन सोमवार को भी जारी रहा और बड़ी संख्या में छात्रों ने कक्षाओं का बहिष्कार जारी रखा।
गत शुक्रवार को प्रदर्शन कर रहे छात्र धरना स्थल पर सामूहिक रूप से जुमे की नमाज अदा कर रहे थे। आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई की। छात्र इस घटना के लिए कथित तौर पर जिम्मेदार विश्वविद्यालय के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को हटाने की माँग कर रहे हैं।
इस बीच, कई विपक्षी सांसदों ने एएमयू की कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून को पत्र लिखकर शुक्रवार को पुलिस और विश्वविद्यालय की कार्रवाई पर चिंता व्यक्त की है।
सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कुलपति से परिसर के अंदर कथित पुलिस कार्रवाई सहित प्रदर्शनकारी छात्रों के खिलाफ कथित ज्यादतियों की जाँच का आदेश देने का आग्रह किया है। उन्होंने बढ़े हुई शुल्क को तत्काल वापस लेने की मांग की और कहा कि वह इस मामले को संसद में उठाएंगे।
समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान बर्क और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी घटनाओं की जांच की मांग की है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि फीस में भारी वृद्धि हाशिए पर पड़े वर्गों को सस्ती शिक्षा प्रदान करने के विचार को ही नकारती है और कहा कि विश्वविद्यालय में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को रोकना ‘छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन’ है।
ऑल इंडिया एएमयू ओल्ड बॉयज़ एसोसिएशन के सचिव आजम मीर खान ने कहा कि एसोसिएशन ने एक आपात बैठक की और विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा स्थिति को कथित तौर पर गलत तरीके से संभालने पर ‘गंभीर चिंता’ व्यक्त की।
इस बीच, एएमयू सूत्रों ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों और कार्यकारी परिषद के सदस्यों ने गतिरोध को सुलझाने के लिए छात्रों के साथ बातचीत की है।
भाषा सं. सलीम अमित
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