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Tuesday, August 12, 2025

भजनलाल सरकार में मंत्रियों की कुर्सी हिलाने की तैयारी, बीजेपी के बड़े नेता का चौंकाने वाला दावा; मच गया सियासी बवाल

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राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ (Madan Rathore) के एक बयान ने सियासी हलचल बढ़ा दी है। इसके बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि पार्टी में बड़े बदलाव होने वाले है। राठौड़ ने साफ तौर पर कहा है कि भाजपा में संगठन सर्वोपरि है और पार्टी कई मौजूदा मंत्रियों को संगठन में लाने पर विचार कर रही है।

राठौड़ के इस बयान को भजनलाल सरकार (Bhajanlal Government) में संभावित फेरबदल के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि आने वाले समय में कुछ मंत्री अपनी जिम्मेदारियां बदलकर संगठन में अहम पदों पर नजर आ सकते हैं।

राठौड़ का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब पार्टी के भीतर संगठनात्मक बदलावों की अटकलें पहले से ही तेज हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इस कदम से भाजपा आगामी चुनावों के लिए अपनी संगठनात्मक पकड़ और मजबूत करना चाहती है।

वन मैन, वन पोस्ट

उनके इस बयान को भाजपा की वन मैन, वन पोस्ट’ नीति के विस्तार के रूप में देखा जा रहा है। राठौड़ ने आगे कहा कि ‘हम तो कई मंत्रियों को संगठन में लेने की सोच रहे हैं। सत्ता से संगठन में और संगठन से सत्ता में जा सकते हैं। संगठन ही सत्ता बनता है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा आलाकमान राजस्थान में संगठन को और मजबूत करने की दिशा में काम कर रहा है और इस प्रक्रिया में मंत्रियों की भूमिकाओं में बड़े बदलाव संभव हैं।

संगठन की पकड़ और प्रभाव दोनों बढ़ें

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और उसके गठबंधन के बेहतर प्रदर्शन के बाद भाजपा नेतृत्व ने महसूस किया है कि जमीन पर संगठन को और मजबूत करने की जरूरत है। इसी कड़ी में पार्टी ऐसे कदम उठा सकती है, जिससे संगठन की पकड़ और प्रभाव दोनों बढ़ें। यह रणनीति आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी को तैयार करने का हिस्सा हो सकती है। मंत्रियों को संगठन में लाने से न केवल जमीनी स्तर पर मजबूती आएगी, बल्कि सत्ता और संगठन के बीच बेहतर तालमेल भी मजबूत होगा।

पार्टी में जल्द ही बदलाव होने के संकेत

मदन राठौड़ के इस बयान के बाद अब नजर आ रहा है कि पार्टी में जल्द ही बदलाव होने के संकेत है। राठौड़ ने कहा है कि भाजपा का कार्यकर्ता तो सिपाही है, जहां भेजोगे वहीं काम करेगा। कौन किसी मोर्चे पर जाएगा, यह संगठन तय करता है।’ यह कार्यकर्ताओं को यह भरोसा दिलाने की कोशिश है कि पार्टी में हर किसी को उसकी योग्यता के अनुसार काम मिलेगा, चाहे वह सत्ता में हो या संगठन में।

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मंत्रिमंडल में फेरबदल

यह बयान उन चर्चाओं को भी बल देती है कि भजनलाल सरकार में जल्द ही मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है। अगर कुछ मंत्रियों को संगठन में भेजा गया, तो उनकी जगह नए चेहरों को मौका मिल सकता है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के लिए अपनी टीम को और संतुलित करने और आगामी चुनावों से पहले मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।

Q1. मदन राठौड़ का बयान क्या है, जिसने सियासी हलचल बढ़ा दी?
मदन राठौड़ ने कहा कि भाजपा में संगठन सर्वोपरि है और पार्टी कई मौजूदा मंत्रियों को संगठन में लाने पर विचार कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि “सत्ता से संगठन में और संगठन से सत्ता में जा सकते हैं, संगठन ही सत्ता बनता है।”

Q2. उनके बयान को ‘वन मैन, वन पोस्ट’ नीति से क्यों जोड़ा जा रहा है?
क्योंकि भाजपा लंबे समय से एक व्यक्ति को एक ही पद देने के सिद्धांत पर काम करती है। राठौड़ का बयान इसी नीति के विस्तार के रूप में देखा जा रहा है, जिससे सत्ता और संगठन में पदों का संतुलन बनाया जा सके।

Q3. क्या भजनलाल सरकार में मंत्रिमंडल फेरबदल की संभावना है?
राजनीतिक हलकों में यह चर्चा है कि कुछ मंत्रियों को संगठन में भेजा जा सकता है और उनकी जगह नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।

Q4. भाजपा इस रणनीति से क्या हासिल करना चाहती है?
इस कदम का उद्देश्य संगठन की पकड़ और प्रभाव को बढ़ाना, कार्यकर्ताओं में जोश भरना और आगामी विधानसभा व लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी को मजबूत करना है।

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