नयी दिल्ली, 12 अगस्त (भाषा) गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में निवेश जुलाई में इससे पिछले महीने के मुकाबले 40 प्रतिशत घटकर 1,256 करोड़ रुपये रहा।
सोने की ऊंची कीमतों, खासकर शुल्क से जुड़ी खबरों को लेकर चिंताओं के कारण इसमें कमी आई।
इस गिरावट के बावजूद, जुलाई के आंकड़े लगातार तीसरे महीने सकारात्मक निवेश को दर्शाते हैं।
जर्मिनेट इन्वेस्टर सर्विसेज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) संतोष जोसेफ ने कहा कि पिछले दो वर्षों में मजबूत प्रदर्शन के बावजूद इस वक्त निवेशकों के लिए सोने की चाल का अनुमान लगाना मुश्किल है।
इस बात को लेकर चिंता लगातार बढ़ रही है कि क्या निवेशक ऊंचे स्तरों पर खरीदारी जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा, ”कई निवेशक बचाव के तौर पर सोने में कुछ निवेश करना चाहते हैं, लेकिन मौजूदा कीमतों को देखते हुए वे सतर्क बने हुए हैं।”
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार जुलाई में गोल्ड ईटीएफ में 1,256 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ, जो जून में दर्ज 2,081 करोड़ रुपये से कम है।
इस साल जनवरी-जुलाई के दौरान गोल्ड ईटीएफ में कुल 9,277 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हुआ है। इससे पता चलता है कि पोर्टफोलियो में रणनीतिक आवंटन के रूप में इसकी भूमिका बढ़ रही है।
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के वरिष्ठ विश्लेषक (प्रबंधक अनुसंधान) नेहल मेश्राम ने कहा कि लगातार मांग, अस्थिर वैश्विक ब्याज दरों और भू-राजनीतिक जोखिमों सहित दीर्घकालीन वृहद अनिश्चितताओं के बीच सोने को लेकर रुचि बनी हुई है।
भाषा पाण्डेय रमण
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