नयी दिल्ली, 12 अगस्त (भाषा) एचएसबीसी इंडिया ने स्नातक छात्रों को रोजगार के काबिल बनाने के मकसद से ‘इंडिया बिजनेस केस प्रोग्राम’ का 12वां संस्करण
शुरू करने की मंगलवार को घोषणा की।
कंपनी ने बयान में कहा कि शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के लिए शुरू किए जा रहे इस 12वें संस्करण का उद्देश्य देश के स्नातक छात्रों को वह कौशल, ज्ञान और वास्तविक अनुभव प्रदान करना है जो उन्हें आधुनिक एवं प्रतिस्पर्धी कार्यस्थल में सफल होने में मदद करेगा। इससे शिक्षा और उद्योग की जरूरतों के बीच की खाई को पाटने में मदद मिलेगी।
एचएसबीसी इंडिया ने कहा कि देश में स्नातकों के पास मौजूद कौशल और उद्योग जगत की आवश्यकताओं के बीच काफी अंतर है। प्रौद्योगिकी विशेषज्ञता (कृत्रिम मेधा, आंकड़ा विश्लेषण आदि) के साथ-साथ अब नियोक्ता अलग सोच, संचार कौशल और रचनात्मकता जैसे कौशल को प्राथमिकता दे रहे हैं।
बयान के अनुसार, इन्हीं जरूरतों को देखते हुए ‘बिजनेस केस प्रोग्राम’ का 12वां संस्करण तैयार किया गया है। यह ‘बिजनेस केस स्टडीज’ के माध्यम से वास्तविक व्यावसायिक दुनिया में शैक्षणिक ज्ञान को व्यावहारिक शिक्षा के साथ जोड़ता है।
एचएसबीसी इंडिया की प्रबंध निदेशक एवं ‘सस्टेनेबिलिटी’ प्रमुख आलोका मजूमदार ने कहा, ‘‘ जैसे-जैसे भारत का कार्यबल प्रौद्योगिकी उथल-पुथल और वैश्विक प्रतिस्पर्धा से परिभाषित भविष्य के लिए तैयार हो रहा है, यह कार्यक्रम भारत के युवाओं की अपार क्षमता को पोषित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस कार्यक्रम को छोटे व मझोले शहरों और कस्बों के कॉलेज तक विस्तारित करके हमारा लक्ष्य प्रतिभा को सामने लाना और देश भर के छात्रों को समान अवसर प्रदान करना है।’’
यूनाइटेड वे ऑफ मुंबई और सत्त्व कंसल्टिंग द्वारा लागू किए जा रहे इस कार्यक्रम में हाइब्रिड यानी ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षण मॉडल अपनाया गया है। इसमें ई-लर्निंग, वर्कशॉप, इंडस्ट्री मेंटॉरशिप और सी-सूट अधिकारियों के साथ संवाद शामिल हैं।
भाषा निहारिका रमण
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