लखनऊ, 12 अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के चरण-1बी की स्वीकृति राज्य की विकास यात्रा में मील का एक पत्थर साबित होगी।
योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 5,801 करोड़ रुपये की लागत से 11.165 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर वाली लखनऊ मेट्रो परियोजना के चरण-1बी को मंजूरी दिए जाने के बाद यह टिप्पणी की।
आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के यशस्वी मार्गदर्शन एवं आपके सतत सहयोग का ही यह प्रतिफल है कि उत्तर प्रदेश आज अभूतपूर्व विकास यात्रा पर अग्रसर है।”
उन्होंने इसी पोस्ट में आगे कहा, ”लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के चरण-1बी को मिली यह स्वीकृति प्रदेश की विकास यात्रा में मील का पत्थर साबित होगी। हार्दिक आभार माननीय रक्षा मंत्री जी!”
लखनऊ से सांसद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश में लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के चरण-1बी को मंजूरी दे दी है। इस गलियारे की लंबाई 11.165 किलोमीटर होगी और इसमें 12 स्टेशन होंगे – सात भूमिगत और पांच एलिवेटेड।”
राजनाथ ने इसी पोस्ट में आगे कहा, ”चरण-1बी के चालू होने पर लखनऊ शहर में 34 किलोमीटर का सक्रिय मेट्रो रेल नेटवर्क होगा। नए गलियारे से प्रतिदिन दो लाख अतिरिक्त यात्रियों के आवागमन की उम्मीद है। लखनऊ मेट्रो के चरण-1बी का पूर्व-पश्चिम गलियारे का विस्तार पुराने शहर के इलाके में भीड़भाड़ का सामना करने वाले दैनिक यात्रियों के लिए एक वरदान साबित होगा।”
रक्षा मंत्री ने कहा, ”मैं इस प्रगतिशील और जन-हितैषी निर्णय के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करता हूं। मैं लखनऊ में प्रस्तावित मेट्रो विस्तार के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी और शहरी विकास एवं आवास मंत्री श्री मनोहर लाल का भी आभार व्यक्त करता हूं।”
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को 5,801 करोड़ रुपये की लागत से 11.165 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर के साथ लखनऊ मेट्रो परियोजना के चरण-1बी को मंजूरी दे दी।
सरकार के अनुसार, चरण-1बी के चालू होने पर, लखनऊ में 34 किलोमीटर का सक्रिय मेट्रो रेल नेटवर्क होगा।
सरकार ने एक बयान में कहा कि लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना का चरण-1बी शहर के बुनियादी ढांचे के विकास में एक महत्वपूर्ण प्रगति की निशानी है। कॉरिडोर को पांच वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके निर्माण के लिये निविदा की प्रक्रिया जल्द शुरु होगी।
बयान के अनुसार इस चरण में कुल 12 स्टेशन बनाये जाएंगे। इनमें चारबाग (भूमिगत), गौतम बुद्ध नगर (भूमिगत), अमीनाबाद (भूमिगत), पांडेयगंज (भूमिगत), सिटी रेलवे स्टेशन (भूमिगत), मेडिकल चौराहा (भूमिगत), चौक (भूमिगत), ठाकुरगंज, एलिवेटेड), बालागंज (एलिवेटेड), सरफराजगंज (एलिवेटेड), मूसाबाग (एलिवेटेड) और वसंत कुंज (एलिवेटेड) शामिल हैं।
इन स्टेशनों के जरिये अमीनाबाद, याहियागंज और पांडेयगंज जैसे प्रमुख वाणिज्यिक केन्द्रों, बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा और रूमी दरवाजे जैसे प्रमुख पर्यटनों, किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय जैसे प्रमुख स्वास्थ्य केंद्रों और अपने लखनवी जायकों के लिये मशहूर चौक तथा अमीनाबाद जैसे इलाकों तक पहुंचना बहुत आसान हो जाएगा।
भाषा
सलीम, रवि कांत रवि कांत