नयी दिल्ली, 12 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव के साथ फोन पर बातचीत की। इसमें व्यापार, कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया।
प्रधानमंत्री ने मिर्जियोयेव के साथ अपनी फोन वार्ता को ‘‘सार्थक’’ बताया।
मोदी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘हमने अपने द्विपक्षीय सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों में हुई प्रगति की समीक्षा की तथा भारत-उज्बेकिस्तान रणनीतिक साझेदारी को और आगे बढ़ाने के अपने साझा संकल्प की पुष्टि की।’’
फोन कॉल की पहल उज्बेकिस्तान की ओर से की गई थी। यह पहल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के बीच 15 अगस्त को अलास्का में होने वाली शिखर वार्ता से पहले हुई है, जिसमें यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि दोनों नेताओं ने व्यापार, कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य, प्रौद्योगिकी और लोगों के बीच संबंधों सहित द्विपक्षीय सहयोग के कई प्रमुख क्षेत्रों में प्रगति की समीक्षा की।
बयान में कहा गया, ‘‘दोनों नेताओं ने परस्पर हित के क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रमों पर भी विचार-विमर्श किया तथा भारत और मध्य एशिया के बीच सदियों पुराने संबंधों को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।’’
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि दोनों नेता संपर्क में बने रहने पर सहमत हुए।
इसने कहा, ‘‘राष्ट्रपति मिर्जियोयेव ने भारत के आगामी 79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री और भारत की जनता को बधाई और शुभकामनाएं दीं।’’
भाषा अमित नेत्रपाल
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