नयी दिल्ली, 12 अगस्त (भाषा) सरकार ने मंगलवार को संसद में कहा कि 2016 से 1.25 करोड़ से अधिक विशिष्ट दिव्यांगता पहचान (यूडीआईडी) कार्ड जारी किए गए हैं।
लोकसभा में सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री बी.एल. वर्मा ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि दिव्यांगजनों का राष्ट्रीय डेटाबेस बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई यूडीआईडी परियोजना के लिए अब तक 1.62 करोड़ से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं।
इनमें से 22.3 लाख आवेदन विभिन्न कारणों से अस्वीकृत कर दिए गए और लगभग 15 लाख आवेदन मूल्यांकन की प्रतीक्षा में हैं।
यूडीआईडी कार्ड की शुरूआत 2016 में की गई थी।
उन्होंने बताया कि यूडीआईडी कार्ड जारी करने की प्रक्रिया में लगने वाला औसत समय 2022-23 में 84 दिनों से घटकर चालू वित्त वर्ष में केवल 21 दिन रह गया है।
हालांकि, अक्टूबर 2024 से आवेदनों में शैक्षिक योग्यता संबंधी जानकारी एकत्र नहीं की जा रही है, जिसके कारण 13.4 लाख से ज्यादा कार्ड बिना किसी विवरण के जारी किए जा रहे हैं।
आंकड़ों से पता चलता है कि 1.03 करोड़ से अधिक कार्डधारक साक्षर हैं और लगभग 9.1 लाख निरक्षर हैं।
उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 12.2 लाख से ज्यादा साक्षर कार्डधारक हैं, उसके बाद महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश का स्थान है।
भाषा सुभाष अविनाश
अविनाश