बर्लिन, 13 अगस्त (एपी) फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का कहना है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय नेताओं के साथ बैठक में ‘‘बिल्कुल स्पष्ट’’ कहा कि अमेरिका अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर सम्मेलन में युद्धविराम हासिल करना चाहता है।
ट्रंप, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और अन्य यूरोपीय नेताओं के बीच ऑनलाइन माध्यम से हुई बैठक के बाद मैक्रों ने कहा कि ट्रंप यूक्रेन और रूस के बीच युद्धविराम को प्राथमिकता दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ट्रंप ने स्पष्ट कर दिया है कि ‘‘यूक्रेन से संबंधित क्षेत्रीय मुद्दों पर… केवल यूक्रेनी राष्ट्रपति ही बातचीत करेंगे।’’
मैक्रों ने कहा कि रूसी नेता के साथ अपनी बैठक के बाद, ट्रंप ‘‘भविष्य में एक त्रिपक्षीय बैठक’’ की भी मांग करेंगे, जिसमें ट्रंप, पुतिन और जेलेंस्की शामिल हों।
मैक्रों ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि यह (त्रिपक्षीय) बैठक यूरोप में या किसी तटस्थ देश में आयोजित हो सकती है, जो सभी पक्षों को स्वीकार्य हो।’’
जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने कहा कि यूरोपीय नेताओं और जेलेंस्की की ट्रंप के साथ यूक्रेन के बारे में ‘रचनात्मक’ बैठक हुई।
जेलेंस्की के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के बाद बोलते हुए, मर्ज ने कहा कि एंकोरेज में ‘महत्वपूर्ण निर्णय’ लिए जा सकते हैं, लेकिन उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि बैठक में ‘मौलिक यूरोपीय और यूक्रेनी सुरक्षा हितों की रक्षा की जानी चाहिए’।
मर्ज ने यह सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल बैठकें आयोजित कीं कि शिखर बैठक से पहले यूरोपीय और यूक्रेन के नेताओं की बात सुनी जाए, जहां ट्रंप और पुतिन के बीच यूक्रेन में मास्को के युद्ध को समाप्त करने की दिशा में चर्चा होने की उम्मीद है।
जर्मनी सरकार के प्रवक्ता स्टीफन मेयर ने कहा कि बुधवार की बैठकों का उद्देश्य ‘‘यूरोपीय लोगों की स्थिति स्पष्ट करना’’ है।
यूक्रेन के नेता ने बुधवार को कहा कि अलास्का में शिखर बैठक से पहले उनकी सरकार ने साझेदारों के साथ 30 से अधिक बार बातचीत की है, लेकिन उन्होंने इस बात पर संदेह जताया कि पुतिन सद्भावना के साथ बातचीत करेंगे।
अपने आधिकारिक टेलीग्राम चैनल पर जेलेंस्की ने कहा कि ‘‘फिलहाल ऐसा कोई संकेत नहीं है कि रूस युद्ध समाप्त करने की तैयारी कर रहा है’’ और उन्होंने अमेरिका और यूरोप में यूक्रेन के सहयोगियों से प्रयासों में समन्वय करने और ‘‘रूस को शांति के लिए मजबूर करने’’ का आग्रह किया।
जेलेंस्की ने कहा, ‘‘शांति के लिए रूस पर दबाव डाला जाना चाहिए।’’
जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने बुधवार को यूरोपीय नेताओं और डोनाल्ड ट्रंप को बताया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अलास्का में अमेरिका के साथ नियोजित शिखर सम्मेलन से पहले ‘‘झांसा दे रहे हैं’’।
उन्होंने एक बैठक में कहा कि पुतिन ‘‘यूक्रेनी मोर्चे के सभी क्षेत्रों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं’’ ताकि यह दिखाया जा सके कि रूस ‘‘पूरे यूक्रेन पर कब्जा करने में सक्षम है।’’
जेलेंस्की ने दावा किया कि पुतिन प्रतिबंधों के बारे में भी झूठ बोल रहे हैं।
ट्रंप ने कहा है कि वह देखना चाहते हैं कि क्या पुतिन युद्ध को समाप्त करने के लिए गंभीर हैं। यूक्रेन-रूस के बीच युद्ध का यह चौथा साल है।
ट्रंप ने यूरोप में अपने सहयोगियों को यह कहकर निराश किया है कि यूक्रेन को रूस के कब्जे वाले कुछ इलाके छोड़ने होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि रूस को जमीन की अदला-बदली स्वीकार करनी होगी, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि पुतिन से क्या-क्या देने की उम्मीद की जा सकती है।
यूरोप के सहयोगी देश ऐसी किसी शांति वार्ता में यूक्रेन को शामिल करने पर जोर दे रहे हैं। उन्हें आशंका है कि यूक्रेन को अलग रखते हुए की गई चर्चाएं रूस के पक्ष में जा सकती हैं।
ट्रंप ने सोमवार को बार-बार यह कहने से परहेज किया कि वह पुतिन के साथ अपनी चर्चा में जेलेंस्की को शामिल करने के लिए दबाव डालेंगे तथा उन्होंने जेलेंस्की और शांति की तलाश के प्रयास का हिस्सा बनने में उनकी (जेलेंस्की की) आवश्यकता की दलील को खारिज कर दिया।
ट्रंप ने कहा कि शुक्रवार की वार्ता के बाद रूस और यूक्रेन के नेताओं के बीच एक बैठक आयोजित की जा सकती है, या फिर ‘‘पुतिन और जेलेंस्की और मेरे साथ’’ भी बैठक हो सकती है।
यूरोपीय देश और यूक्रेन इस बात को लेकर सतर्क हैं कि पुतिन कहीं उनके बिना ही अनुकूल रियायतें हासिल न कर लें और शांति समझौते की रूपरेखा तय न कर दें।
यूरोपीय देशों को सबसे ज्यादा डर इस बात का है कि अगर पुतिन यूक्रेन में जीत जाते हैं, तो उनकी नजरें यूरोपीय देशों में से किसी एक पर टिक जाएंगी।
जेलेंस्की ने मंगलवार को कहा कि पुतिन चाहते हैं कि यूक्रेन दोनेत्स्क क्षेत्र के शेष 30 प्रतिशत हिस्से से हट जाए, जिस पर युद्ध विराम समझौते के तहत उसका अब भी नियंत्रण है। हालांकि, इस प्रस्ताव को पुतिन ने स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया।
जेलेंस्की ने दोहराया कि यूक्रेन अपने नियंत्रण वाला कोई भी क्षेत्र नहीं छोड़ेगा क्योंकि यह असंवैधानिक होगा और भविष्य में रूसी आक्रमण के लिए एक आधार प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा कि युद्ध समाप्त करने पर केंद्रित अमेरिका द्वारा संचालित कूटनीतिक चर्चाओं में यूक्रेन की प्रमुख मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया है, जिनमें भविष्य में रूसी आक्रमण को रोकने के लिए सुरक्षा गारंटी और वार्ता में यूरोप को शामिल करना शामिल है।
एपी
देवेंद्र माधव
माधव