नयी दिल्ली, 19 अगस्त (भाषा) अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी संघ (फीफप्रो) ने मंगलवार को भारतीय क्लब फुटबॉल में बढ़ती अनिश्चितता पर चिंता व्यक्त करते हुए संकट के शीघ्र समाधान का आह्वान किया।
फीफप्रो ने कहा कि देश की शीर्ष स्तरीय इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के भविष्य को लेकर अनिश्चितता के कारण क्लब फुटबॉल ‘संकट से गुजर रहा है’। उसने इस खेल के हितधारकों से संकट से उबरने के लिए सामूहिक प्रयास करने का आग्रह किया।
फीफप्रो ने एक बयान में कहा, ‘‘ फीफप्रो एशिया/ओशिनिया भारतीय पेशेवर फुटबॉल में बढ़ती अनिश्चितता से काफी चिंतित है और इसके त्वरित समाधान का आह्वान करता है।’’
देश की शीर्ष फुटबॉल लीग के आयोजक एफएसडीएल (फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड) ने एमआरए (मास्टर्स राइट एग्रीमेंट) के नवीनीकरण के मुद्दे पर एआईएफएफ (अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ) के साथ टकराव के कारण आईएसएल को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया है।
इसके बाद तीन क्लबों ने अपनी मुख्य टीम का या तो संचालन रोक दिया है या खिलाड़ियों और कर्मचारियों के वेतन को निलंबित कर दिया है।
फीफप्रो ने कहा, ‘‘ आईएसएल को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है। इससे खिलाडियों की आजीविका, करियर और कल्याण पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है।’
उन्होंने कहा , ‘‘ खिलाडियों के रोजगार अनुबंधों को अगली सूचना तक एकतरफा और गैरकानूनी तरीके से निलंबित कर दिया गया है। ये कार्रवाई खिलाड़ियों के श्रम अधिकारों का सीधा उल्लंघन है और काफी परेशानी का कारण बन रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी संघ (एफपीएआई) और एफआईएफपीआरओ आईएसएल के खिलाड़ियों के लगातार संपर्क में हैं और उनकी ओर से फीफा (फुटबॉल की वैश्विक निकाय) और एएफसी(एशियाई फुटबॉल परिसंघ) के समक्ष इस मामले को उठाया है।’’
आईएसएल क्लबों ने पिछले हफ्ते एआईएफएफ से कहा था कि उसे इस मामले को उच्चतम न्यायालय में ले जाना चाहिए।
भाषा आनन्द आनन्द पंत
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