नयी दिल्ली, 19 अगस्त (भाषा) डाक विभाग ने 5,800 करोड़ रुपये की लागत वाली ‘उन्नत डाक प्रौद्योगिकी’ (एपीटी) पूरे देश में लागू कर दी है जिससे विभाग को एक विश्वस्तरीय सार्वजनिक लॉजिस्टिक संगठन के रूप में बदला जा सकेगा। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
इस उन्नत मंच के जरिये डाकघर अब किसी भी बैंक के ग्राहकों से यूपीआई भुगतान स्वीकार कर सकेंगे। अभी तक तकनीकी कारणों से यूपीआई भुगतान डाकघरों में केवल इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक खातों तक ही सीमित था।
एपीटी की मदद से डाक विभाग को विश्वस्तरीय संगठन बनाने के लिए मोबाइल आधारित सेवाएं तथा वास्तविक समय में निर्णय लेने की सुविधा का इस्तेमाल किया जाएगा।
सिंधिया ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘डाक विभाग की तरफ से पूरे देश में उन्नत डाक प्रौद्योगिकी (एपीटी) लागू किए जाने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। यह भारत की डिजिटल यात्रा में ऐतिहासिक कदम है। आईटी 2.0 के तहत 5,800 करोड़ रुपये के निवेश से समर्थित एपीटी डाक विभाग को विश्वस्तरीय सार्वजनिक लॉजिस्टिक संगठन में बदल देगा।’’
सिंधिया ने कहा कि एपीटी मंच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ दृष्टिकोण के अनुरूप एक पूर्णत: स्वदेशी प्रौद्योगिकी है।
संचार मंत्री ने कहा कि नई प्रौद्योगिकी ‘वास्तविक समय में निर्णय लेने, ई-कॉमर्स की पहुंच बढ़ाने, स्वचालन से परिचालन लागत घटाने और नागरिक-प्रथम, मोबाइल-सक्षम सेवाएं कहीं भी और कभी भी देने’ में सक्षम बनाएगी।
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