कोट्टायम (केरल), 19 अगस्त (भाषा) उत्सवों की शोभा बढ़ाने वाले हाथी ‘एराट्टुपेट्टा अय्यप्पन’ की मंगलवार को जिले के टीकोय स्थित आश्रय स्थल में स्वास्थ्य कारणों से मौत हो गई। राज्य के हाथी मालिक महासंघ (केईओएफ) ने यह जानकारी दी।
माना जाता है कि इस हाथी की उम्र 55 साल थी।
मंदिर के उत्सवों और शोभायात्राओं में अय्यप्पन नामक यह हाथी नियमित रूप से दिखता था और केरल में बड़ी संख्या में उसके प्रशंसक हैं।
केईओएफ के एक पदाधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण कई महीनों से इस हाथी का उपचार किया जा रहा था और मंगलवार सुबह उसकी मृत्यु हो गई।
हाथी के मालिकों ने बताया कि अय्यप्पन एक जंगली हाथी का बच्चा था और उसे छोटी उम्र में ही एर्नाकुलम के कोडानाड हाथी केंद्र में पालतू के रूप में रख लिया गया था।
केरल के त्योहारों के दौरान मंदिर से जुड़ी प्रसिद्ध शोभायात्राओं में भाग लेने के कारण अय्यप्पन को कई उपाधियां और पुरस्कार मिले थे।
केईओएफ के एक सदस्य ने बताया कि उसकी बड़ी सूंड़, भारी शरीर और शांत स्वभाव ने लोगों की प्रशंसा बटोरी।
ऐसा माना जाता है कि यह 1977 में वन विभाग द्वारा नीलाम किए गए अंतिम हाथियों में से एक था।
सूत्रों ने बताया कि विभाग पोस्टमॉर्टम करेगा और अंतिम संस्कार के लिए शव को उसके मालिक को सौंपने से पहले उसके दांत निकाल लिए जाएंगे।
भाषा नेत्रपाल पवनेश
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