मोदी कैबिनेट बैठक में मंगलवार को अहम फैसले लिए गए जिसमें राजस्थान बड़ी सौगात मिली है। राजस्थान में अब नया एयरपोर्ट बनेगा। एक ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट कोटा से बूंदी के बीच बनाया जाएगा, जिस पर 1,507 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। यह एयरपोर्ट न केवल राजस्थान के कोटा-बूंदी क्षेत्र को हवाई संपर्क देगा, बल्कि शिक्षा नगरी कोटा में आने वाले छात्रों और उद्योगों के लिए भी बड़ी सुविधा साबित होगा।
इसके साथ ही, ओडिशा में कटक और भुवनेश्वर के बीच 6-लेन एक्सेस-कंट्रोल्ड रिंग रोड के निर्माण को मंजूरी दी गई है। इस परियोजना पर 8,307 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस सड़क से न केवल ट्रैफिक दबाव कम होगा बल्कि यातायात सुगम और तेज़ हो जाएगा।
कैबिनेट बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ग्रीनफील्ड हवाईअड्डा परियोजना की फंडिंग भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) द्वारा किया जाएगा। रेल मंत्री ने बताया कि हवाईअड्डे के लिए 1,089 एकड़ भूमि राजस्थान सरकार, निःशुल्क उपलब्ध कराएगी और यह हवाईअड्डा हर साल 20 लाख (2 मिलियन) यात्रियों की क्षमता संभाल सकेगा।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कोटा देश का प्रमुख इंडस्ट्रियल और एजुकेशनल हब है, जहां हर साल देशभर से लाखों छात्र और शिक्षा से जुड़े लोग आते हैं। लंबे समय से यहां एक आधुनिक एयरपोर्ट की मांग की जा रही थी। मौजूदा एयरपोर्ट काफी पुराना है और उसका आधुनिकीकरण किया गया है, लेकिन शहर की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए अब एक ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण होगा। यह नया एयरपोर्ट कोटा और बूंदी के बीच बनाया जाएगा।
एयरपोर्ट के लिए स्टेट हाईवे 70 से जाकर, एनएच 50 और कोटा-देवली बायपास के पास बड़ी जमीन तय की गई है। इसी जगह पर नए एयरपोर्ट का निर्माण होगा। अधिकारियों का मानना है कि इस एयरपोर्ट के बन जाने से कोटा की कनेक्टिविटी बेहतर होगी और शिक्षा-उद्योग क्षेत्र को नई उड़ान मिलेगी।
Q1. नया एयरपोर्ट कहां बनेगा?
यह नया ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट कोटा और बूंदी के बीच बनाया जाएगा।
Q2. इस एयरपोर्ट पर कितनी लागत आएगी?
एयरपोर्ट निर्माण पर लगभग 1,507 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
Q3. एयरपोर्ट कब तक तैयार हो जाएगा?
अनुमान है कि दिसंबर 2027 तक एयरपोर्ट का काम पूरा हो जाएगा।
Q4. एयरपोर्ट की क्षमता कितनी होगी?
यह एयरपोर्ट हर साल लगभग 20 लाख यात्रियों (2 मिलियन) को संभाल सकेगा।
Q5. इस एयरपोर्ट का फायदा किसे होगा?
कोटा-बूंदी क्षेत्र, यहां आने वाले लाखों छात्रों, उद्योगों और यात्रियों को बेहतर हवाई कनेक्टिविटी मिलेगी।