राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने शनिवार को अजमेर की आनासागर झील के किनारे बने ‘सेवन वंडर’ को हटाने की कार्रवाई पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और NGT के आदेशों का पालन जरूरी है, लेकिन केवल इमारत तोड़ना ही पर्याप्त नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस अवैध निर्माण के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
मिट्टी हटाने से बढ़ेगा जलग्रहण क्षेत्र
अजमेर की आनासागर झील के किनारे बने ‘सेवन वंडर’ को अदालत के आदेश पर ध्वस्त किया जा रहा है। इससे पहले यहां बना फूड कोर्ट भी तोड़ा जा चुका है। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि आदेशों का पालन हो रहा है, जो अच्छी बात है, लेकिन उनका आग्रह है कि सेवन वंडर के नीचे भरी गई मिट्टी को भी हटाया जाए। ऐसा करने से आनासागर का वास्तविक जलग्रहण क्षेत्र बढ़ेगा और जलस्रोत पर अतिक्रमण पूरी तरह समाप्त होगा।
देवनानी ने अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अवैध निर्माणों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐसी परियोजनाओं पर जनता का पैसा खर्च हुआ और अब अदालत के आदेश पर इन्हें हटाना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से कहा कि लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी अधिकारी नियमों की अनदेखी करने की हिम्मत न करे। देवनानी ने प्रशासन को आनासागर झील और अन्य जलभराव वाले क्षेत्रों में किसी भी अतिक्रमण को रोकने के लिए सतर्क रहने और लगातार निगरानी करने के निर्देश भी दिए।
- सेवन वंडर’ को क्यों हटाया जा रहा है?
अदालत के आदेश और सुप्रीम कोर्ट तथा NGT के निर्देशों के अनुसार आनासागर झील के किनारे बने अवैध निर्माण ‘सेवन वंडर’ को हटाया जा रहा है। - क्या केवल इमारत तोड़ना ही पर्याप्त है?
नहीं, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के अनुसार केवल इमारत तोड़ना पर्याप्त नहीं है। इसके नीचे भरी मिट्टी को भी हटाना जरूरी है ताकि जलग्रहण क्षेत्र और जलस्रोत पूरी तरह बहाल हो सके। - मिट्टी हटाने का महत्व क्या है?
मिट्टी हटाने से आनासागर झील का वास्तविक जलग्रहण क्षेत्र बढ़ेगा और जलस्रोत पर हुए अतिक्रमण को पूरी तरह समाप्त किया जा सकेगा। - जिम्मेदार अधिकारियों पर क्या कार्रवाई होगी?
देवनानी ने कहा कि लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी अधिकारी नियमों की अनदेखी करने की हिम्मत न करे। - भविष्य में अतिक्रमण रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे?
प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वे आनासागर झील और अन्य जलभराव वाले क्षेत्रों में किसी भी अतिक्रमण को रोकने के लिए सतर्क रहें और लगातार निगरानी करें।