राजस्थान के मंत्री मदन दिलावर ने पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के आरोपों पर पलटवार किया है। डोटासरा ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने विधानसभा में महिलाओं की निजता देखने के लिए कैमरे लगाए। मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि ऐसे आरोप लगाने वाले लोग बेशर्म और चरित्रहीन होते हैं। उन्होंने कहा, “जो जैसा होता है, उसे वैसा ही दिखाई देता है। इन्हें अपने जीवन पर झांक कर देखना चाहिए। इनके गांव में जाकर पूछिए, ऐसी चरित्रहीन घटनाओं की संख्या बताना भी मुश्किल है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यालय में कैमरे लगे हुए हैं, लेकिन उनके नेता ऐसा बयान देते हैं जो चरित्रहीनता को उजागर करता है। मंत्री ने कहा, “राहुल गांधी कहते हैं कि जो मंदिर में जाते हैं, वे लड़कियों को छेड़ने जाते हैं। क्या राहुल गांधी जितनी बार मंदिर गए, उन्होंने लड़कियों को छेड़ा? इससे बड़ा चरित्रहीन कौन हो सकता है?” उन्होंने आगे आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता अपनी यात्राओं में लड़कियों के कंधे पर हाथ रखकर अठखेलियां करते हुए चलते हैं। मंत्री ने कहा कि यह हर किसी के सामने चरित्रहीनता की मिसाल है। मंत्री ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए पूछा, “कांग्रेस के कार्यालय में कैमरे नहीं लगे हैं क्या?” उन्होंने साफ किया कि जनता को अब इन नेताओं की वास्तविक छवि दिख रही है।
अजमेर अश्लील ब्लैकमेल कांड में कांग्रेस नेताओं का हाथ
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि डोटासरा कांग्रेस की महिला सदस्यों की तांक-झांक करते है। इसलिए उन्हें विधानसभा में लगे कैमरे ऐसे लगे. जैसा जो होता है, वैसा ही उसे दूसरा दिखाई देता है. डोटासरा चरित्रहीन लोगों के सरगना हैं। मंत्री ने कांग्रेस के कुछ पुराने विवादों का हवाला देते हुए कहा कि अजमेर में अश्लील ब्लैकमेल कांड में कांग्रेस नेताओं का हाथ था।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने कई बच्चियों का शील भंग किया और इस तरह के मामलों में डोटासरा ने उन लोगों को बचाया। मंत्री ने डोटासरा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि ऐसे लोग चरित्रहीनता की मिसाल हैं और उन्हें इस तरह के गंभीर आरोपों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
रेस्ट रूम में कैमरों से महिलाओं पर नजर रखने का दावा
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने राजस्थान विधानसभा में लगे कैमरे को लेकर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी पर गंभीर आरोप लगाया है। डोटासरा ने दावा किया कि विधानसभा अध्यक्ष अपने रेस्ट रूम में कैमरों के जरिए महिला विधायकों पर नजर रखते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि देवनानी महिला विधायकों की गतिविधियों को देखने के लिए विशेष फोकस करते हैं। डोटासरा ने कहा, “ऐसा संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति अगर हमारी बहनों को देखने के लिए कैमरों का इस्तेमाल करता है, तो यह शर्मनाक है। ऐसे व्यक्ति को तो डूब कर मर जाना चाहिए।”