राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती परीक्षा आज से शुरू हो गई है. कुल 53 हजार 749 पदों के लिए एग्जाम 21 सितंबर तक होगा. आज पहली पारी के एग्जाम में अभ्यर्थियों के प्रवेश से पहले कई तरह की तस्वीरें नजर आईं. नकल रोकने के पुख्ता इंतजाम इस तरह थे कि कई अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश के लिए कड़े नियमों से गुजरना पड़ा. किसी की फूल बाह शर्ट की बाजू सुरक्षाकर्मियों ने मौके पर काट दी तो कोई जूते उतरवाने के बाद नंगे पैर केंद्र में पहुंचा. कुछ उम्मीदवार केवल बनियान में ही परीक्षा देने अंदर जाते नजर आए.
आरएसएसबी परीक्षा में 84% उपस्थिति
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने बताया कि पहली पारी में अभ्यर्थियों की उपस्थिति लगभग 84 प्रतिशत रही, जिसे संतोषजनक माना जा रहा है। उन्होंने अभ्यर्थियों से अनुरोध किया है कि वे संयम बनाए रखें और परीक्षा के प्रश्नपत्र के सवाल किसी के साथ साझा न करें। बोर्ड ने चेताया कि पेपर से जुड़ी किसी भी जानकारी को साझा करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मेटल डिटेक्टर से हुई अभ्यर्थियों की तलाशी
परीक्षा केंद्रों पर सुबह 8 बजे से अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया गया. हर अभ्यर्थी की मेटल डिटेक्टर से गहन तलाशी ली गई और शर्ट पर लगे मेटल बटन तक हटवाए गए. महिला अभ्यर्थियों की बालियां, नोज पिन और चेन तक उतरवाई गईं. हाथों और गले में बंधे धार्मिक डोरे, धागे और कड़े कैंची से काटे गए. पाली में एक अभ्यर्थी ब्लूटूथ डिवाइस के साथ पहुंचा, जिसे जांच के दौरान निकलवाया गया.
देरी से आए अभ्यर्थी परीक्षा से वंचित
परीक्षा केंद्रों पर सुबह 9 बजे के बाद प्रवेश बंद कर दिया गया। कई अभ्यर्थी अंतिम समय में दौड़ते हुए पहुंचे और हाथ जोड़कर प्रवेश की विनती करते दिखे, लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। जयपुर, अजमेर, उदयपुर, सीकर, भरतपुर और बांसवाड़ा जैसे जिलों से ऐसी घटनाएं सामने आईं, जहां केवल कुछ मिनट की देरी के कारण अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठने का मौका नहीं मिला।