जयपुर। जयपुर सेंट्रल जेल से दो कैदियों के फरार होने के मामले में प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। शुरुआती जांच में सात जेल प्रहरियों की लापरवाही सामने आने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया है। इनमें दो मुख्य जेल प्रहरी भी शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, रात्रिकालीन शिफ्ट में इन प्रहरियों की अलग-अलग प्वॉइंट्स पर ड्यूटी थी।
लेकिन गश्त के दौरान हुई लापरवाही का फायदा उठाकर दो कैदी जेल से भाग निकले। पुलिस ने इनमें से एक कैदी को पकड़ लिया है, जबकि दूसरा अभी भी फरार है। डीआईजी ने जेल स्तर पर जांच कमेटी बनाई है। यह कमेटी विस्तृत जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई तय करेगी।
27 फुट ऊंची दीवार फांदकर फरार
उच्च सुरक्षा वाली जयपुर सेंट्रल जेल से शनिवार सुबह दो कैदी फरार हो गए। पुलिस ने बताया कि कैदियों ने रबर पाइप की मदद से 27 फुट ऊंची दीवार चढ़ी और करंट वाले तार को पार कर फरारी हासिल की। पुलिस ने बताया कि दोनों कैदी चोरी के आरोप में सजा काट रहे थे। उनकी पहचान नवल किशोर महावर और अनस कुमार के रूप में हुई है।
सहायक पुलिस आयुक्त नारायण कुमार ने बताया कि कैदियों ने कड़ी सुरक्षा वाली दीवार पर चढ़ने के लिए रबर पाइप का इस्तेमाल किया। इसके बाद वे करंट वाले तार को फांदकर जेल से बाहर निकल गए। अधिकारियों ने बताया कि रबर पाइप आमतौर पर कड़ी सुरक्षा वाले क्षेत्रों में रखा जाता है।
जयपुर सेंट्रल जेल से फरार हुए दो कैदियों ने भागने से पहले पूरी योजना बनाई थी। जेल के अंदर सुरक्षा के तीन बैरिकेड्स और उन पर तैनात जेल प्रहरियों को चकमा देते हुए वे आगे बढ़े। पुलिस के अनुसार, कैदियों ने मुलाकात कक्ष के पास रखे पानी के पाइप को चुराया। यह पाइप आमतौर पर एक बॉक्स में बंद रहता है, लेकिन कैदी इसे निकालने में सफल रहे। इस पाइप की मदद से उन्होंने 27 फुट ऊंची दीवार और करंट वाले तार को पार कर जेल से फरारी हासिल की।