डूंगरपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को डूंगरपुर जिले के एक दिवसीय दौरे पर सागवाड़ा पहुंचे। उनका स्वागत कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बड़े उत्साह के साथ किया। गहलोत ने अतिशय क्षेत्र योगिंद्र गिरी का भी दौरा किया, जहां उन्होंने एआईसीसी सदस्य दिनेश खोड़निया की माता जी की विनयांजलि सभा में हिस्सा लिया। इस मौके पर पूर्व मंत्री रामपाल जाट, अर्जुन बामणिया, आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश घोघरा सहित कई बड़े कांग्रेस नेता भी उपस्थित रहे।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत में केंद्र सरकार की विदेश नीति पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत को किसी देश का समर्थन नहीं मिला। गहलोत ने आरोप लगाया कि चीन ने खुले तौर पर पाकिस्तान का समर्थन किया, जबकि अमेरिका और रूस भी भारत के साथ नहीं खड़े हुए। उन्होंने कहा कि सरकार को अपनी विदेश नीति पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
गहलोत ने आरोप लगाया कि ईडी, सीबीआई और न्यायपालिका जैसी संस्थाएं दबाव में हैं, जिससे आम लोग भयभीत महसूस कर रहे हैं। गहलोत ने सरकार से अपील की कि विपक्ष की आलोचना को स्वीकार करें और हालात सुधारने के लिए कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आम लोग परेशान हैं और सरकार को उनकी समस्याओं पर तुरंत ध्यान देना चाहिए।
लूट और डकैती की घटनाएं लगातार बढ़ रही
गहलोत ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है, चोरी, लूट और डकैती की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन सरकार का कोई नियंत्रण नजर नहीं आ रहा। उन्होंने कहा कि ब्यूरोक्रेसी हावी है और भ्रष्टाचार चरम पर है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में वोट चोरी की शिकायतें सामने आ रही हैं, जिससे जनता में नाराजगी और गुस्सा बढ़ रहा है। गहलोत ने जोर देते हुए कहा कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करना चाहिए, ताकि लोकतंत्र की प्रतिष्ठा बनी रहे और जनता का विश्वास कमजोर न हो।