Kanhaiya Lal murder case: उदयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार को दिवंगत टेलर कन्हैयालाल साहू के घर पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की। गहलोत ने कन्हैयालाल की पत्नी और बच्चों को ढांढस बंधाया और हरसंभव मदद का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि यह दर्दनाक घटना पूरे समाज को झकझोर देने वाली है। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना सरकार और समाज दोनों की जिम्मेदारी है।
कन्हैयालाल साहू की 28 जून 2022 को गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस दौरान गहलोत करीब 15 से 20 मिनट तक परिवार के साथ रहे और बातचीत की। कन्हैयालाल के बड़े बेटे यश ने बताया कि अब तक केवल 15 गवाहों के ही बयान हुए हैं, जबकि 166 से अधिक गवाह हैं। यह सुनकर पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत हैरान रह गए। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही सरकार से इस मामले में बात करेंगे ताकि सुनवाई की गति तेज हो सके।
हत्याकांड को “रहस्यमयी” करार दिया
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 27 सितंबर को बांसवाड़ा जिले के दौरे से पहले कन्हैयालाल हत्याकांड का मुद्दा उठाते हुए भाजपा पर तीखा हमला बोला। गहलोत ने आरोप लगाया कि इस केस के मुख्य आरोपी भाजपा कार्यकर्ता थे। उन्होंने हत्याकांड को “रहस्यमयी” करार दिया और कहा कि तत्कालीन विपक्षी नेताओं से भी इस मामले में बड़ी गलती हुई थी।
आखिर क्या कारण हैं कि
गहलोत ने कहा कि एनआईए ने इस केस की जांच अपने हाथ में ली थी, जिसका उनकी सरकार ने विरोध नहीं किया। बावजूद इसके तीन साल बाद भी पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल पाया है। उन्होंने बताया कि 166 गवाहों में से अब तक केवल 15 के ही बयान दर्ज हुए हैं। गहलोत ने सवाल उठाया कि इतने संवेदनशील मामले में भी सुनवाई इतनी धीमी क्यों चल रही है। उन्होंने कहा— “आखिर क्या कारण हैं कि एनआईए इस केस में तेजी नहीं दिखा रही है?”
आज उदयपुर में स्व. श्री कन्हैयालाल के आवास पर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की।
हमारी कांग्रेस सरकार ने स्व. कन्हैयालाल के परिवार को 50 लाख रुपये आर्थिक सहायता एवं दोनों बेटों को सरकारी नौकरी दी थी जिससे इन्हें जीवनयापन करने में परेशानी न हो। हमारी सरकार ने महज चार घंटों में… pic.twitter.com/X435537S9Y
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 21, 2025
बोले– भाजपा ने क्यों साधी चुप्पी
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 27 सितंबर को बांसवाड़ा दौरे से पहले भाजपा पर हमला बोला।गहलोत ने कहा कि चुनाव के समय भाजपा ने “50 लाख बनाम 5 लाख” का झूठा मुद्दा उठाकर लोगों को गुमराह किया था, लेकिन आज इस मामले में कोई भी भाजपा नेता बोलने को तैयार नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की हार के पीछे एक कारण यह मुद्दा भी रहा। गहलोत ने प्रधानमंत्री से अपील की कि बांसवाड़ा दौरे पर उन्हें कन्हैयालाल हत्याकांड की स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर तीन साल बाद भी केस में सुनवाई क्यों नहीं बढ़ रही और जांच इतनी धीमी क्यों है।
उदयपुर में छात्रों का अनशन तुड़वाया गहलोत
आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा पहुंचे, जहां उन्होंने कांग्रेस नेता दिनेश खोड़निया की माता के निधन पर शोक संवेदना जताई। गहलोत ने परिजनों से मुलाकात कर दुख साझा किया।