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Wednesday, October 8, 2025

PM मोदी का स्वागत करने वाली विशाखा यादव की सैलरी जानकर हो जाएंगे हैरान! 8वें वेतन आयोग से कितना होगा इजाफा? जानें

OP-EDPM मोदी का स्वागत करने वाली विशाखा यादव की सैलरी जानकर हो जाएंगे हैरान! 8वें वेतन आयोग से कितना होगा इजाफा? जानें

IAS Vishakha Yadav: कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर थे। इस दौरान पापुम पारे जिले की डिप्टी कमिश्नर और IAS अधिकारी विशाखा यादव ने उनका स्वागत किया। जैसे ही उनकी तस्वीरें सामने आईं, सोशल मीडिया पर लोग उनकी प्रोफाइल और करियर के बारे में जानने लगे। खासकर यह जानने की उत्सुकता बढ़ गई कि इस युवा अफसर की सैलरी कितनी है और 8वें वेतन आयोग के बाद इसमें कितना इजाफा हो सकता है।

कॉरपोरेट से प्रशासन तक का सफर

विशाखा यादव पहले कॉरपोरेट सेक्टर में काम करती थीं और लाखों रुपये की नौकरी छोड़कर उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू की। बिना कोचिंग के तीसरे प्रयास में साल 2019 में ऑल इंडिया रैंक 6 हासिल की और IAS अधिकारी बन गईं। आज वे अरुणाचल प्रदेश में डिप्टी कमिश्नर के रूप में तैनात हैं।

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अब कितनी है उनकी सैलरी?

एक आईएएस अधिकारी के रूप में विशाखा यादव की सैलरी 7वें वेतन आयोग के तहत मिलती है।

  • बेसिक पे: ₹56,100 प्रतिमाह

  • महंगाई भत्ता (DA): लगभग 46% (₹25,806 के आसपास)

  • हाउस रेंट अलाउंस (HRA): पोस्टिंग लोकेशन के हिसाब से 8-24%

  • अन्य भत्ते: ट्रैवल अलाउंस, फोन/इंटरनेट आदि। इन सबको जोड़कर उनकी इन-हैंड सैलरी करीब ₹85,000 से ₹1,00,000 प्रति माह होती है। इसके अलावा सरकारी आवास, वाहन और अन्य सुविधाएं अलग से मिलती हैं।

IAS विशाखा यादव ने कहां से की पढ़ाई?

8वें वेतन आयोग से क्या होगा फायदा?

हालांकि 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) को लेकर अब तक सरकारी तौर पर कोई घोषणा नहीं हुई है, लेकिन जानकारों का मानना है कि 2026 तक यह लागू हो सकता है। अनुमान है कि बेसिक पे में 20-30% तक की बढ़ोतरी हो सकती है। DA और HRA के स्ट्रक्चर में भी बदलाव आ सकता है। इससे एक IAS अधिकारी की इन-हैंड सैलरी ₹1.25 लाख से ₹1.5 लाख तक पहुंच सकती है।

इंजीनियर से IAS अधिकारी बनने का सफर

विशाखा यादव दिल्ली की रहने वाली हैं। IAS अधिकारी बनने से पहले वह एक सफल इंजीनियर थीं। उन्होंने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (DTU) से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद बेंगलुरु में सिस्को कंपनी में काम करना शुरू किया। लेकिन उनका सपना कुछ बड़ा था — वह एक दिन IAS अधिकारी बनना चाहती थीं। इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने मेहनत और लगन से यूपीएसी परीक्षा की तैयारी की और आज वे एक IAS अधिकारी के रूप में देश की सेवा कर रही हैं।

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