भारतीय मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य हिस्से में ओडिशा और आंध्र प्रदेश तट से दूर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। विभाग का अनुमान है कि यह तंत्र गहरे दबाव में बदलकर 3 अक्टूबर को ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तट से टकराएगा। उधर, उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में निचले स्तरों पर द्रोणिका रेखा सक्रिय होने से जयपुर, अलवर, सीकर, दौसा, अजमेर, जैसलमेर, धौलपुर और नागौर जैसे जिलों में झमाझम बारिश दर्ज की गई।
राजधानी में बारिश से हाहाकार
मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन से चार दिन तक कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है। मंगलवार दोपहर जयपुर में अचानक मौसम बदला और मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। गोपालपुरा, सांगानेर, जगतपुरा, टोंक रोड और जेएलएन मार्ग जैसे इलाकों में पानी भर गया, जिससे ट्रैफिक जाम के हालात बन गए।
फिर से बरसेंगे काले बादल
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, कई जगहों पर हल्की से मध्यम और कुछ हिस्सों में तेज बारिश दर्ज की गई। भारतीय मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की चेतावनी जारी की है। बताया गया है कि 5 से 8 अक्टूबर के बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जो 6 से 8 अक्टूबर के बीच पूरे राजस्थान में भारी बरसात ला सकता है। इससे निचले इलाकों में जलभराव और जनजीवन में बाधा बढ़ने की आशंका है। प्रशासन ने खासकर बाढ़ प्रभावित जिलों के लोगों को सतर्क रहने और जारी की गई सलाह का पालन करने की अपील की है।
छह जिलों में येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने जोधपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, पाली, चूरू और हनुमानगढ़ जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में अलग-अलग जगहों पर मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। विभाग ने चेतावनी दी है कि कहीं-कहीं पर आकाशीय बिजली गिर सकती है और 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।