Bihar Assembly Elections 2025: पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों की घोषणा के साथ ही सियासी सरगर्मियां चरम पर पहुंच गई हैं। जहां एक ओर यूपीए और एनडीए दोनों गठबंधन अपने-अपने स्तर पर चुनावी रणनीति को धार देने में लगे हैं, वहीं राजस्थान बीजेपी ने भी बिहार में पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की तैयारी तेज कर दी है। पार्टी ने पहले चरण में प्रदेश के 17 वरिष्ठ नेताओं को बिहार रवाना करने का फैसला किया है, जो वहां एनडीए की जीत की नींव मजबूत करेंगे।
राजस्थान से बिहार चुनाव में बीजेपी का फोकस
राजस्थान बीजेपी का यह दांव कोई आकस्मिक कदम नहीं, बल्कि एक लंबी रणनीति का हिस्सा है। पार्टी का दावा है कि राजस्थान में रह रहे 15 लाख से अधिक प्रवासी बिहारियों और बिहार में बसे 3 लाख प्रवासी राजस्थानियों को पार्टी ने पिछले 8 महीनों से ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ अभियान के तहत जोड़ रखा है। इन प्रवासी वोटर्स को पार्टी की नीतियों, योजनाओं और एनडीए सरकार की उपलब्धियों से जोड़ा गया है। पार्टी को उम्मीद है कि ये वोटर्स ना सिर्फ स्वयं मतदान करेंगे, बल्कि अपने गांवों और समुदायों में भी बीजेपी के लिए माहौल बनाएंगे।
बीजेपी के पास 18 लाख प्रवासी वोटर्स का डेटा तैयार
बीजेपी आईटी सेल और डेटा टीम की ओर से तैयार आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में 15 लाख से ज्यादा बिहारी मतदाता हैं, जिनमें से 5 लाख केवल जयपुर में रहते हैं। साथ ही, 3 लाख प्रवासी राजस्थानी जो बिहार में वोटर हैं, उन्हें भी लगातार संपर्क में रखा गया है। यह डेटा अभियान टीम द्वारा डोर-टू-डोर सम्पर्क, सामाजिक कार्यक्रमों और राजनीतिक जागरूकता अभियानों के माध्यम से तैयार किया गया है।
किन 17 नेताओं को भेजा जा रहा है बिहार?
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दामोदर अग्रवाल (सांसद, भीलवाड़ा)
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सी. पी. जोशी (सांसद, चित्तौड़गढ़)
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अविनाश गहलोत (राज्य मंत्री)
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कुलदीप धनकड़ (विधायक)
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अतुल भंसाली, हरलाल सारण, निहालचंद मेघवाल (पूर्व सांसद)
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ओमप्रकाश भडाणा (प्रदेश महामंत्री)
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वासुदेव चावला, आईदानसिंह भाटी (प्रदेश मंत्री)
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सुमन शर्मा (पूर्व महिला आयोग अध्यक्ष)
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अनुराग जांगिड़ (प्रदेश संयोजक)
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सोमकांत शर्मा (संभाग प्रभारी)
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विष्णु चेतानी (पूर्व जिलाध्यक्ष)
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सरोज प्रजापत (पूर्व मंत्री)
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रणवीर गुढ़ा (पूर्व विधायक)
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महेश शर्मा (पूर्व कार्यालय मंत्री)
हर विधानसभा में प्रचार की रणनीति
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बताया कि इन नेताओं को बिहार की हर विधानसभा सीट पर प्रचार की जिम्मेदारी दी जाएगी। उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता ने कांग्रेस को पहले ही नकार दिया है और एनडीए की सरकार बनाने का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की यात्राओं को जनता से समर्थन नहीं मिला, जिससे यह साफ है कि कांग्रेस बिहार की जनता से कट चुकी है।
महिला टोलियों की भी रहेगी अहम भूमिका
‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ अभियान की सह-संयोजक सुमन शर्मा ने बताया कि पहले से ही 50 से अधिक महिला कार्यकर्ताओं की टीम बिहार में काम कर चुकी है। अब चुनाव की तारीखें घोषित होने के साथ ही 40 महिलाओं की नई टोली बनाई गई है। इसके साथ 17 पुरुष नेताओं की टीम भी जल्द ही बिहार रवाना की जाएगी।
बिहार में रह रहे प्रवासी राजस्थानियों को जोड़ा गया अभियान से
सुमन शर्मा ने कहा कि बिहार में रह रहे प्रवासी राजस्थानियों को भी संगठन से जोड़ा गया है और उन्हें स्थानीय स्तर पर प्रचार, जनसंपर्क और बूथ प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई है। यह सभी लोग बिहार के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में मतदान के दिन तक सक्रिय रहेंगे।
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