Pushkar Fair 2025: अजमेर। राजस्थान के अजमेर जिले के पुष्कर में आयोजित होने वाले विश्वविख्यात अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेला 2025 की तैयारियां ज़ोरों पर हैं। इस बार राज्य सरकार और पर्यटन विभाग की ओर से खास तैयारी के चलते मेला अधिक भव्य और आकर्षक रूप में नजर आएगा। मेला आयोजन की शुरुआत 22 अक्टूबर से अनौपचारिक रूप से होगी, जबकि औपचारिक उद्घाटन 30 अक्टूबर को किया जाएगा।
ध्वजारोहण के साथ परंपरा की शुरुआत
पुष्कर मेले की परंपरा के अनुसार, 20 अक्टूबर को मेला मैदान में ध्वजारोहण किया जाएगा। इसके बाद 2 नवंबर से पूर्णिमा तक पशुपालकों के लिए विविध प्रतियोगिताएं और प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाएगा, जिनका उद्देश्य पशुपालन को बढ़ावा देना है। 5 नवंबर को पुरस्कार वितरण समारोह में विजेता पशुपालकों को सम्मानित किया जाएगा, जबकि 7 नवंबर को मेले का समापन होगा।
ऊंटों की संख्या में इजाफा
राज्य सरकार ने हाल ही में एक नोटिफिकेशन जारी कर राज्य धरोहर ऊंट को राजस्थान से बाहर ले जाने की अनुमति दी है, जिससे इस बार मेले में ऊंटों की संख्या बढ़ने की संभावना है। देशभर के पशु व्यापारी, विशेषकर ऊंट पालक, पुष्कर की ओर रुख कर सकते हैं। “रेगिस्तान के जहाज” के रूप में प्रसिद्ध ऊंट हमेशा से देसी और विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहे हैं।
ऑनलाइन बुकिंग से सुविधा
इस बार पशुपालन विभाग ने नवाचार करते हुए ऑनलाइन बुकिंग पोर्टल लॉन्च किया है, जिसके जरिए देशभर के पशुपालक मेले में अपने पशुओं के लिए अस्थाई रूप से जगह बुक करवा सकते हैं। संयुक्त निदेशक डॉ. सुनील घीया ने बताया कि यह व्यवस्था ऑफलाइन विवादों से बचाव और कार्यभार में कमी के उद्देश्य से की गई है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की बहार
पर्यटन विभाग की ओर से मेले को और अधिक रोचक बनाने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जा रही है। इस बार मेले में कवि सम्मेलन, बॉलीवुड नाइट, और “बेस्ट ऑफ पुष्कर”, “बेस्ट ऑफ राजस्थान” जैसे रंगारंग कार्यक्रम देखने को मिलेंगे। बॉलीवुड नाइट में एक लोकप्रिय गायक अपनी प्रस्तुति देंगे, जो मेले का मुख्य आकर्षण रहेगा।
देसी-विदेशी पर्यटक होंगे आकर्षित
पर्यटन विभाग के अतिरिक्त निदेशक योगेश खत्री के मुताबिक, 30 अक्टूबर से 5 नवंबर तक राजस्थान सहित भारत के विभिन्न राज्यों की लोक कलाओं, नृत्यों और वाद्यों की झलक एक ही मंच पर देखने को मिलेगी। मूंछ प्रतियोगिता, साफा प्रतियोगिता, खो-खो, चेयर रेस, फुटबॉल जैसे पारंपरिक खेल भी आयोजित होंगे।
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