खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेल का पांचवां संस्करण 24 नवंबर से 5 दिसंबर तक राजस्थान के सात शहरों—जयपुर, अजमेर, उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर, कोटा और भरतपुर—में आयोजित होगा। प्रतियोगिताएं 23 पदक विजेता खेलों और एक प्रदर्शन खेल खो-खो में कराई जाएंगी। 12 दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में 5,000 से अधिक एथलीट मैदान में उतरेंगे। पिछले संस्करण में चंडीगढ़ विश्वविद्यालय विजेता, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी उपविजेता और गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर तीसरे स्थान पर रही थी।
विश्विद्यालय खिलाड़ियों को चैंपियन बनाते हैं
केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेल देश में खेलों के विकास की दिशा में एक अहम कदम है। उन्होंने बताया कि दुनिया भर में विश्वविद्यालय स्तर के खेल ही कई खिलाड़ियों को चैंपियन बनने की दिशा में मजबूत आधार देते हैं। मंडाविया ने कहा कि यह मंच युवाओं को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान करता है। राजस्थान में होने वाला संस्करण न केवल देश के खेल वातावरण को और सशक्त बनाएगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने की चाह रखने वाले युवाओं के लिए बड़ी प्रेरणा भी बनेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ खेल को जोड़ने से छात्र न केवल शारीरिक रूप से मजबूत बनेंगे, बल्कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना भी और प्रगाढ़ होगी।
23 पदक वाले खेल के साथ एक प्रदर्शन भी होगा
खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेल 2025 में इस बार कुल 23 पदक वाले खेल और एक प्रदर्शन खेल शामिल होंगे। पदक खेलों में तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, मुक्केबाजी, तलवारबाजी, फुटबॉल, हॉकी, जूडो, कबड्डी, मल्लखंब, रग्बी, निशानेबाजी, तैराकी, टेबल टेनिस, टेनिस, वॉलीबॉल, भारोत्तोलन, कुश्ती, योगासन, साइकिलिंग, बीच वॉलीबॉल, कैनोइंग और कयाकिंग जैसी प्रतियोगिताएं होंगी। खो-खो को प्रदर्शन खेल के रूप में शामिल किया गया है। इस बार पहली बार बीच वॉलीबॉल, कैनोइंग, कयाकिंग और साइकिलिंग को केआईयूजी में जोड़ा गया है।
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