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Monday, December 1, 2025

अंता में कांग्रेस का चुनावी रण शुरू, गहलोत-पायलट समेत इन 40 नेताओं को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी

Newsअंता में कांग्रेस का चुनावी रण शुरू, गहलोत-पायलट समेत इन 40 नेताओं को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी

Rajasthan By Election 2025: अंता। राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वरिष्ठ नेता सचिन पायलट, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और मंत्री टीकाराम जूली समेत कुल 40 नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया है। कांग्रेस ने शनिवार को 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की, जिसमें पार्टी के कई बड़े और प्रभावशाली नेताओं के नाम शामिल हैं।

ये हैं कांग्रेस के स्टार प्रचारक

कांग्रेस की ओर से जारी सूची में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट, गोविंद सिंह डोटासरा, टीकाराम जूली, सुखजिंदर सिंह रंधावा, डॉ. सी.पी. जोशी, अशोक चंदना, जितेन्द्र सिंह, हरीश चौधरी, मोहन प्रकाश, धीरज गुर्जर, दिव्या मदेरणा, शांति धारिवाल, रामलाल जाट, अर्जुन सिंह बामणिया, हरिमोहन शर्मा, मुरारीलाल मीणा, भजनलाल जाटव, उम्मेदाराम बेनीवाल और रामकेश मीणा जैसे कई अन्य नेता शामिल हैं।

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11 नवंबर को मतदान, 14 को नतीजे

अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 11 नवंबर 2025 को मतदान होगा, जबकि 14 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे। यह सीट भाजपा विधायक कंवरलाल मीणा की सदस्यता रद्द होने के बाद खाली हुई थी। साल 2005 में उपसरपंच चुनाव के दौरान SDM पर पिस्तौल तानने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में कोर्ट ने उन्हें तीन साल की सजा सुनाई थी, जिसके चलते उनकी विधायकी चली गई।

त्रिकोणीय मुकाबले के आसार

इस बार अंता में मुकाबला रोचक और त्रिकोणीय बन गया है। कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता प्रमोद जैन भाया को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने मोरपाल सुमन को मैदान में उतारा है। वहीं, नरेश मीणा ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ताल ठोकी है। इसके अलावा, प्रमोद जैन भाया की पत्नी उर्मिला जैन ने भी कांग्रेस के वैकल्पिक प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया है, जिससे सियासी चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।

जातीय समीकरण बनेंगे जीत की कुंजी

अंता विधानसभा क्षेत्र में कुल लगभग 2.25 लाख मतदाता हैं। इनमें प्रमुख जातिगत आंकड़े इस प्रकार हैं

  • माली समाज: 40,000
  • अनुसूचित जाति: 35,000
  • मीणा समुदाय: 30,000

इसके अलावा धाकड़, ब्राह्मण, बनिया और राजपूत समाज के भी वोट निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। इसी वजह से सभी उम्मीदवार अपने-अपने जातिगत समीकरण साधने में जुटे हुए हैं। इस उपचुनाव को कांग्रेस और भाजपा दोनों ही अपनी साख से जोड़कर देख रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में चुनाव प्रचार और भी तेज होने की संभावना है।

यह भी पढ़ें: अंता उपचुनाव: चेहरा नया, दांव पुराना — क्या राजे फिर साबित कर पाएंगी अपना असर?

 

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