Rajasthan Anta By-election 2025: राजस्थान की अंता विधानसभा क्षेत्र में आगामी उपचुनाव के मद्देनज़र सियासी तापमान काफी बढ़ गया है। प्रमुख प्रतिद्वंद्वी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) के बीच जोर आजमाइश जारी है। इस बीच निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा भी मैदान में हैं और उन्होंने कांग्रेस नेताओं को जमकर निशाने पर लिया है।
“भाया के पैसों से कांग्रेस के नेताओं की चलती है दाल‑रोटी”
नरेश मीणा का आरोप है कि कांग्रेस में उनकी टिकट कटी इसलिए है क्योंकि पार्टी ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया को समर्थन देना चुना है। उन्होंने एक निजी यूट्यूब चैनल से बातचीत में गोविंद सिंह डोटासरा पर जमकर हमला किया। मीणा ने खुलकर कहा कि “मैंने सुना है कि कुछ कांग्रेसी नेताओं के घर की दाल रोटी तो भाया के पैसों से चलती है। मैंने तो सुना है कि प्रमोद जैन भाया ने कांग्रेस कार्यालय के निर्माण के लिए बड़ी रकम दी है।” उन्होंने यह भी कहा कि उनकी टिकट कटने का कारण प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा हैं, जिन्हें उन्होंने प्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार माना है।
“मेरी चमक फीकी हुई है”
मीणा ने कहा कि “प्रमोद जैन भाया के धन बल से मेरी चमक फीकी हो गई है, मेरी जो पकड़ थी वह अब ढीली हो गई है।” उन्होंने आरोप लगाया कि जब बारां में ‘संविधान बचाओ’ रैली हुई थी, तब डोटासरा ने भाया को लेकर संगठन का रुख लिया था और मेरा विरोध करने पर मुझे साइडलाइन किया गया।
त्रिकोणीय मुकाबला और कांग्रेस‑भाजपा की चुनौतियाँ
अंता उपचुनाव इस बार त्रिकोणीय मुकाबला का नजर आ रहा है। कांग्रेस ने प्रमोद जैन भाया को अपना उम्मीदवार घोषित किया है, भाजपा ने मोरपाल सुमन को घोषित किया है, और निर्दलीय रूप से नरेश मीणा मैदान में हैं। इस त्रिकोणीय स्थिति में मत विभाजन का खतरा दोनों बड़े दलों को है। मीणा के बयानों से कांग्रेस के अंदरूनी माहौल में खलबली मची है और भाजपा ने इसे पार्टी की अंदरूनी कलह के रूप में प्रस्तुत करना शुरू कर दिया है।
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