16.6 C
Jaipur
Monday, December 1, 2025

IPS सचिन मित्तल कौन हैं? जिन्हें मिला जयपुर पुलिस कमिश्नर का चार्ज; पढ़ें उनके सफलता की पूरी कहानी

NewsIPS सचिन मित्तल कौन हैं? जिन्हें मिला जयपुर पुलिस कमिश्नर का चार्ज; पढ़ें उनके सफलता की पूरी कहानी

Who is IPS Sachin Mittal: राजस्थान सरकार ने बुधवार को पुलिस विभाग में व्यापक तबादले किए हैं। कुल 34 आईपीएस अधिकारियों के बड़े फेरबदल किए गए हैं, जबकि पांच पुलिस अधिकारियों को अतिरिक्त जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इन तबादलों के तहत जयपुर पुलिस कमिश्नरेट का नया पुलिस कमिश्नर भी मिला है।

सचिन मित्तल बने जयपुर के नए पुलिस कमिश्नर

1996 बैच के आईपीएस अधिकारी सचिन मित्तल को जयपुर पुलिस कमिश्नरेट का कमान सौंपा गया है। मित्तल के पास बीई और एमटेक की डिग्री है। वे हाल ही में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (पर्सनल/कार्मिक) पद पर तैनात थे। अपने एडीजी साइबर क्राइम के कार्यकाल में उन्होंने साइबर अपराधों के खिलाफ कई बड़ी मुहिमें चलाईं, जिससे राज्य में साइबर अपराधों पर काबू पाया गया। इसके अलावा, वे पुलिस भर्ती और पदोन्नति बोर्ड के एडीजी भी रह चुके हैं। उनकी अनुशासनप्रिय छवि और फील्ड में मजबूत पकड़ को देखते हुए यह जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई है।

Secretariat Jaipur

जिलों में एसपी से लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो तक का अनुभव

सचिन मित्तल ने भरतपुर, झुंझुनूं, सवाई माधोपुर, झालावाड़ और डूंगरपुर जिलों में पुलिस अधीक्षक के तौर पर काम किया है। वे डीआईजी एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड) और जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के कमिश्नर भी रह चुके हैं। लंबे समय तक एंटी करप्शन ब्यूरो में सेवा देते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। जयपुर में अब उन्हें कानून-व्यवस्था, ट्रैफिक प्रबंधन और महिला सुरक्षा जैसी अहम चुनौतियां संभालनी होंगी।

आईपीएस बीजू जॉर्ज जोसेफ को केंद्र में एडीजी के पद पर नियुक्त किया गया | द  बकस्टॉपर

बीजू जॉर्ज जोसफ बने एडीजी (कार्मिक)

वहीं, जयपुर के पूर्व पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ को अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (कार्मिक) का पद सौंपा गया है। वे जुलाई 2023 में जयपुर पुलिस कमिश्नर बने थे। इससे पहले वे एडीजी (सतर्कता) के पद पर कार्यरत थे। उनके स्थान पर जयपुर कमिश्नरेट में नई नेतृत्व व्यवस्था स्थापित होगी।

पुलिस विभाग मजबूत करने का प्रयास

यह तबादला भजनलाल सरकार की पुलिस विभाग को मजबूत बनाने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बदलाव से राजस्थान में कानून-व्यवस्था और सुदृढ़ होगी।

यह भी पढ़ें: अंता उपचुनाव का बड़ा ट्विस्ट! अंता से वसुन्धरा खेमे के नेता ने किया नामांकन, BJP में बढ़ी टेंशन

 

Check out our other content

Check out other tags:

Most Popular Articles