राजधानी जयपुर में तेज रफ्तार ऑडी कार ने मंगलवार दोपहर कहर बरपा दिया। एनआरआई सर्किल, प्रताप नगर इलाके में एक ऑडी ने स्विफ्ट कार को जोरदार टक्कर मारी, जिससे उसमें सवार दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। ऑडी चलाने वाला नाबालिग लड़का गहलोत सरकार में मंत्री रह चुके राजकुमार शर्मा का बेटा बताया जा रहा है।
पीड़ित पुलकित पारीक ने जब विरोध किया तो नाबालिग ने खुद को पूर्व मंत्री का बेटा बताते हुए धमकाया और मारपीट की। यह पूरी घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है, और लोग पूर्व मंत्री व उनके बेटे के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
‘मैं पूर्व मंत्री का बेटा हूं, कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता’
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी तेज थी कि स्विफ्ट कार के साथ-साथ पास खड़ी एक और गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे में पुलकित पारीक, निवासी इंदिरा गांधी नगर, के सिर में गंभीर चोटें आईं और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसके सिर में सात टांके लगे।
पुलकित ने बताया, “जब मैंने विरोध किया तो वह बाहर आया और बोला – मैं पूर्व मंत्री का बेटा हूं, तुम्हारी गाड़ी ठीक करवा दूंगा, लेकिन मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते।” उसके बाद उसने और उसके दोस्तों ने पुलकित व उसकी मित्र सुरभि के साथ मारपीट की।
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी नाबालिग को छोड़ दिया। पीड़ित का आरोप है कि प्रतापनगर थाना पुलिस ने पहले रिपोर्ट दर्ज नहीं की, लेकिन जयपुर पुलिस कमिश्नर को शिकायत देने के बाद मामला दर्ज किया गया। ऑडी हरियाणा नंबर की थी, और कार में नाबालिग के दो अन्य दोस्त भी सवार थे।
कौन हैं पूर्व मंत्री राजकुमार शर्मा
राजकुमार शर्मा गहलोत सरकार में चिकित्सा मंत्री रह चुके हैं। वह नवलगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। छात्र राजनीति से करियर शुरू करने वाले शर्मा पहले बसपा से विधायक बने, बाद में कांग्रेस में शामिल हुए। 2008 से 2013 तक मंत्री रहे शर्मा 2013 में निर्दलीय चुनाव जीते और 2018 में कांग्रेस में लौटकर तीसरी बार विधायक बने। बाद में उन्हें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सलाहकार भी बनाया गया।
“रईसजादों पर हो सख्त कार्रवाई”
घटना के बाद सोशल मीडिया पर आक्रोश फैल गया है। यूजर्स पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं। एक यूजर ने लिखा –“सबसे पहले इस ऑडी कार को जब्त किया जाए, पूर्व मंत्री को गिरफ्तार किया जाए और नाबालिग का लाइसेंस उम्र पूरी होने के बाद भी न बनाया जाए। सड़कें सबकी हैं, सिर्फ रईसजादों की नहीं।” कई यूजर्स ने इसे “VIP कल्चर का ताजा उदाहरण” बताते हुए नाबालिग ड्राइवर पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
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