Barmer SDM Controversy: राजस्थान में हाल ही में ‘थप्पड़बाज एसडीएम छोटू लाल शर्मा’ का विवाद थमा भी नहीं था कि अब बाड़मेर से एक और मामला सामने आ गया है। यहां एक एसडीएम पर डॉक्टरों के साथ अभद्रता करने का आरोप लगा है। इस घटना को लेकर मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक कलेक्टर आवास पहुंचे और एसडीएम के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि यदि एसडीएम ने अपनी हरकत के लिए माफी नहीं मांगी, तो रविवार से कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया जाएगा।
जांच के दौरान एसडीएम का मेडिकल कॉलेज में हंगामा
जानकारी के अनुसार, यह मामला बाड़मेर मेडिकल कॉलेज का है। एक मामले की जांच के लिए एसडीएम यथार्थ शिखर कॉलेज पहुंचे थे। वहां एसडीएम प्रिंसिपल के अनुपस्थित रहने पर नाराज हो गए, क्योंकि प्रिंसिपल ने उनकी जगह फोरेंसिक विभाग प्रमुख डॉ. महावीर सोयल को भेजा था। आरोप है कि एसडीएम ने मौके पर डॉ. सोयल और पैरामेडिकल स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार किया। इस घटना के बाद मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों में भारी आक्रोश फैल गया।
डॉक्टरों का कलेक्टर आवास पर विरोध प्रदर्शन
घटना के विरोध में मेडिकल कॉलेज के सभी डॉक्टर एकजुट होकर कलेक्टर आवास पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर एसडीएम यथार्थ शिखर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। डॉक्टरों ने कहा कि जब तक एसडीएम सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते, तब तक वे कार्य बहिष्कार पर रहेंगे।
पहले भी बाड़मेर में सामने आ चुका है ऐसा मामला
यह कोई पहला मौका नहीं है जब बाड़मेर में एसडीएम और डॉक्टरों के बीच टकराव की स्थिति बनी हो।
पिछले साल सेड़वा के एसडीएम बद्रीनारायण बिश्नोई का भी एक डॉक्टर से विवाद हुआ था। तब उन्होंने एक महिला रोगी को पहले दिखाने को लेकर डॉ. रामस्वरूप रावत के साथ ओपीडी में अभद्रता की थी। मामला बढ़ने पर पूरे प्रदेश में विरोध हुआ और बाद में कलेक्टर टीना डाबी के हस्तक्षेप के बाद एसडीएम ने डॉक्टर से माफी मांगी थी।
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