राजस्थान के चूरू शहर के राजकीय डीबी अस्पताल में गुरुवार रात एक दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई। यहां एक प्रसूता महिला ने रात को बेटे को जन्म दिया, लेकिन सिर्फ 5 घंटे बाद ही नवजात की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। डॉक्टरों ने गला घोंटकर हत्या किए जाने की आशंका जताई है। घटना के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया, वहीं पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाकर जांच शुरू कर दी है।
रात से सुबह तक की पूरी कहानी
जानकारी के मुताबिक, चूरू जिले के गांव अजीतसर की 40 वर्षीय गुड्डी देवी ने गुरुवार देर रात 12:00 से 12:30 बजे के बीच डीबी अस्पताल में नॉर्मल डिलीवरी के जरिए एक लड़के को जन्म दिया। प्रसूता और नवजात को लेबर रूम से वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था।
रात में सब कुछ सामान्य था, लेकिन सुबह करीब 5 बजे नवजात अचेत अवस्था में मिला। बच्चे के मामा उसे लेकर नीकू (NICU) वार्ड पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। उस वक्त बच्चे के जन्म को केवल 5 घंटे ही हुए थे।
गला घोंटने के निशान मिले हैं
घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रशासन और मेडिकल कॉलेज के अधिकारी मौके पर पहुंचे। मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. एम.एम. पुकार ने बताया, “नवजात के गले पर संदिग्ध निशान मिले हैं, जिससे यह आशंका है कि बच्चे का गला घोंटा गया है। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।” अस्पताल प्रशासन ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में भी गला घोंटकर हत्या की आशंका जताई है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
मामले की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली पुलिस तुरंत सक्रिय हुई। नवजात के शव को मोर्चरी में रखवाया गया और एफआईआर दर्ज की गई। कांस्टेबल सुरेश कुमार ने बताया,“गले पर निशान की पुष्टि हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों की पूरी सच्चाई सामने आएगी।”
वार्ड स्टाफ और परिजनों से पूछताछ
पुलिस अब अस्पताल के स्टाफ, प्रसूता गुड्डी देवी और परिवार के सदस्यों से गहन पूछताछ कर रही है। जांच का फोकस इस बात पर है कि रात 12:30 से सुबह 5:00 बजे के बीच वार्ड में क्या हुआ और आखिर नवजात तक कौन पहुंचा।
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