Anta By Elections 2025: राजस्थान की सियासत में अंता उपचुनाव के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को बारां जिले के मांगरोल कस्बे में आयोजित आमसभा के दौरान बड़ा बयान दिया। गहलोत ने मंच से ही बारां कलेक्टर को सलाह देते हुए कहा कि वे नरेश मीणा को पिस्टल या बंदूक का कोई लाइसेंस न दें।
गहलोत ने कहा, “नरेश मीणा नौजवान है, उसे लोग भड़का रहे हैं। अगर उसने किसी की कनपटी पर पिस्टल रख दी और गोली चला दी, तो उसे जेल में भुगतना पड़ेगा।”
“नरेश मीणा आदिवासियों को भड़का रहे हैं”
गहलोत ने सभा में कहा कि नरेश मीणा हमारे आदिवासी भाइयों को भड़का रहे हैं, जिसका कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, “धारीवाल ने कहा था कि कंवरलाल मीणा ने वसुंधरा पर पिस्टल तान दी होगी और डराकर टिकट ले लिया। यह वही तरीका है।”
गहलोत बोले कि वे प्रशासन से आग्रह करते हैं कि अगर नरेश मीणा पिस्टल लाइसेंस के लिए आवेदन करे, तो उसे मंजूरी न दी जाए। उन्होंने कहा कि यह युवा है और गलत दिशा में जा सकता है, जिससे उसकी जिंदगी बर्बाद हो जाएगी।
देवली-उनियारा की घटना का जिक्र
गहलोत ने अपने संबोधन में कहा कि नरेश मीणा को देवली-उनियारा की एक घटना के चलते पहले भी छह महीने जेल में रहना पड़ा था। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर वह बार-बार विवादों में क्यों पड़ रहा है और अपना भविष्य क्यों खराब कर रहा है।
कांग्रेस को मीणा वोट बैंक में सेंध का डर
गहलोत के इस बयान से राजनीतिक हलकों में यह चर्चा है कि कांग्रेस को नरेश मीणा से मीणा वोट बैंक में सेंध का डर सता रहा है। मांगरोल की सभा में गहलोत ने कार्यकर्ताओं से खास अपील करते हुए कहा कि वे मीणा समाज के लोगों को समझाएं कि वे वोट खराब न करें और कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया को विजयी बनाएं। गहलोत ने कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि मीणा समाज कांग्रेस के साथ खड़ा रहेगा।”
सियासी मायने
अंता उपचुनाव के बीच गहलोत का यह बयान कांग्रेस की रणनीति को दर्शाता है। पार्टी किसी भी कीमत पर अपने आदिवासी वोट बैंक को बिखरने नहीं देना चाहती, वहीं नरेश मीणा जैसे युवा नेताओं के बढ़ते प्रभाव को लेकर सतर्क भी है।
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