देश की राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है। कश्मीर के दो डॉक्टरों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने 350 किलो विस्फोटक, असॉल्ट राइफल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए हैं। इस ऑपरेशन में राजस्थान का हनुमानगढ़ इलाका भी हथियार सप्लाई चेन का हिस्सा बताया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन
फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त सत्येंद्र कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त रूप से की गई। इसमें डॉ. मुज़म्मिल शकील को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया, जबकि उसका सहयोगी डॉ. आदिल अहमद डार पहले उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से पकड़ा गया था। दोनों आरोपी कश्मीर के पुलवामा जिले के रहने वाले हैं।
राजस्थान से जुड़ा हथियार नेटवर्क
सीपी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आतंकियों का हैंडलर पाकिस्तान से ड्रोन के ज़रिए हथियार गिराता था, जिन्हें राजस्थान के हनुमानगढ़ इलाके में उतारा जाता था। वहीं से ये हथियार देश के अन्य हिस्सों में पहुंचाए जाते थे।
अल फलाह यूनिवर्सिटी से संचालित था नेटवर्क
मुज़म्मिल शकील फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर था, जबकि आदिल अहमद डार वहीं शिक्षक के पद पर कार्यरत था। दोनों पिछले तीन साल से दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय थे और संदिग्ध गतिविधियों में शामिल थे। पुलिस को मुज़म्मिल की गिरफ्तारी के बाद उसके ठिकाने से लगभग 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट मिला है।
असॉल्ट राइफल, पिस्टल और कारतूस बरामद
पुलिस ने मुज़म्मिल के बताए ठिकाने से एक स्विफ्ट कार भी बरामद की, जिसमें से Krinkob असॉल्ट राइफल (AK-47 जैसी), तीन मैगजीन और 83 राउंड कारतूस मिले। इसके अलावा एक पिस्टल, दो पिस्टल मैगजीन और दो खाली खोखे भी बरामद किए गए हैं।
आतंकी हमले की बड़ी साजिश का शक
सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि आरोपी किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में थे। फिलहाल NIA और इंटेलिजेंस एजेंसियां पूरे नेटवर्क की जांच में जुटी हैं। पुलिस ने कहा है कि देशभर में इस मॉड्यूल से जुड़े लोगों की तलाश की जा रही है और राजस्थान से लेकर कश्मीर तक कई ठिकानों पर छापेमारी जारी है।


