Rajasthan News: हथियार और ड्रग्स के कुख्यात तस्कर विशाल पचार पर शिकंजा कसता जा रहा है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने जयपुर की विशेष कोर्ट में उसके खिलाफ 500 पेज की चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस विस्तृत चार्जशीट में तस्करी नेटवर्क के मास्टरमाइंड पचार के तमाम काले कारनामों, सबूतों, तस्वीरों और डिजिटल रिकॉर्ड्स को शामिल किया गया है ताकि कोर्ट में उसके खिलाफ मजबूत केस बन सके।
पाकिस्तान से चलता था तस्करी का सीधा रूट
NIA की चार्जशीट के मुताबिक विशाल पचार का नेटवर्क राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में फैला हुआ था। गिरोह पाकिस्तान से हथियारों और हेरोइन की बड़े पैमाने पर सप्लाई कराता था। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि गिरोह ड्रोन के जरिए सीमा पार से ड्रग्स और हथियार मंगवाता था। तस्करी का तरीका ऐसा था कि ड्रोन पाकिस्तान से उड़कर भारतीय सीमा में आता, खेप गिराने के बाद वापस पाकिस्तान लौट जाता—जिससे किसी को भनक तक नहीं लगती थी।
मोबाइल कॉल नहीं, सिर्फ एप के जरिए डील
विशाल पचार और उसके साथी पकड़ में न आएं, इसके लिए वे किसी भी तस्कर से फोन पर बात नहीं करते थे। पाकिस्तानी तस्करों से सौदा करने के लिए स्पेशल मोबाइल एप इस्तेमाल किया जाता था।
मोबाइल चैट, डिजिटल कॉलिंग, बैंक ट्रांजेक्शन और एप लॉग्स ये सब चार्जशीट में शामिल किए गए हैं।
BSF ने पकड़ी थी पूरी गैंग
NIA काफी समय से इस अंतरराष्ट्रीय तस्करी रैकेट पर नजर रखे हुए थी। एजेंसी द्वारा साझा की गई खुफिया जानकारी के बाद BSF ने बॉर्डर इलाकों में निगरानी बढ़ाई और पिछले साल विशाल पचार समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर का होने के कारण इसकी जांच NIA को सौंपी गई।
AK-47 और आधुनिक हथियारों की तस्करी के सबूत
- AK-47 राइफलें
- पिस्तौलें
- हेरोइन
- अन्य सिंथेटिक ड्रग्स
NIA ने इन हथियारों की बरामदगी, ड्रोन फुटेज, मोबाइल डेटा और गवाहों के बयान को चार्जशीट में जोड़ा है, जिससे तस्कर के खिलाफ केस बेहद मजबूत हो गया है।

