राजस्थान की पारंपरिक संस्कृति को दुनिया के सामने पेश करने के उद्देश्य से मंगलवार को राज्य में भव्य घूमर महोत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने जयपुर के विद्याधर स्टेडियम में नगाड़ा बजाकर किया। नगाड़ों की थाप के साथ ही 1500 से ज्यादा महिलाओं ने एक साथ घूमर नृत्य की रंगीन और आकर्षक प्रस्तुति दी।
राजस्थान के अलग-अलग जिलों में भी महिलाओं ने घूमर नृत्य में भाग लिया। कुल मिलाकर 6100 महिलाओं ने एक साथ विभिन्न जगहों पर घूमर कर इतिहास रच दिया। इस अनोखे प्रदर्शन को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने मान्यता दी और मंच पर मौजूद अधिकारियों ने उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी को आधिकारिक प्रमाणपत्र सौंपा। यह उपलब्धि राजस्थान की लोक कला की ताकत और उसकी जीवंत संस्कृति को उजागर करती है।
दीया कुमारी संग नाचा राजस्थान
फेस्टिवल में सिर्फ घूमर ही नहीं, बल्कि राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हुए तलवारबाजी और चरी नृत्य जैसी प्रस्तुतियां भी आयोजित की गईं, जिन्होंने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
पारंपरिक राजस्थानी पोशाकों में सजी महिलाएं घूमर की ताल पर थिरकती नजर आईं, जिससे पूरा माहौल रजवाड़ी रंगों और लोक संस्कृति की छटा से भर गया। उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है
राजस्थान की कला और संस्कृति को पर्यटन से जोड़ना। उनका उद्देश्य है कि घूमर नृत्य को गुजरात के गरबा की तरह विश्व मंच पर पहचान मिले। उन्होंने यह भी कहा कि घूमर सिर्फ लोक नृत्य नहीं है, बल्कि राजस्थान की रजवाड़ी शान और गौरव का प्रतीक है।
घूमर ने दुनिया में धमाल मचाया
घूमर नृत्य को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में फिल्मों का भी बड़ा योगदान रहा है, खासकर फिल्म पद्मावत में दीपिका पादुकोण द्वारा प्रस्तुत घूमर ने इसे और लोकप्रिय बनाया।
आज का यह महोत्सव इसी सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है। राज्य सरकार का मानना है कि ऐसे कार्यक्रम सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देंगे और राजस्थान की पारंपरिक कला और संस्कृति को दुनिया भर तक पहुंचाएंगे।
यह भी पढ़ें:- Miss Universe 2025 का फाइनल आज, राजस्थान की मनिका विश्वकर्मा देश की उम्मीदें लेकर मंच पर, देखें लाइव स्ट्रीम ऑनलाइन


