BAP MP Rajkumar Roat verbal attack on Election Commission: बांसवाड़ा–डूंगरपुर से बीएपी सांसद राजकुमार रोत ने डूंगरपुर में आयोजित पत्रकार वार्ता में SIR प्रक्रिया को लेकर चुनाव आयोग और सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि SIR की योजना एसी कमरों में बैठकर बनाई गई है, जबकि गांवों की वास्तविक परिस्थितियां बिल्कुल अलग हैं।
बीएलओ कैसे कर पाएंगे 50 घरों का सत्यापन
सांसद ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में घर एक-दूसरे से काफी दूरी पर होते हैं, एक घर तक पहुंचने में आधा घंटा लग जाता है। ऐसे में बीएलओ का एक दिन में 50 घरों का सत्यापन करना अव्यवहारिक है। रोत ने सवाल उठाया कि जब योजना ज़मीनी हकीकत से मेल ही नहीं खाती, तो इसे कैसे सफल माना जाए?
SIR कोविड से भी बड़ी महामारी
रोत ने SIR को कोविड से भी बड़ी महामारी बताते हुए कहा कोविड के समय स्कूल बंद थे, पढ़ाई रुकी थी। आज स्कूल खुले हैं, पर शिक्षक SIR ड्यूटी के चलते स्कूलों में नहीं हैं। उनका कहना है कि इससे छात्रों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
देशभर में 19 बीएलओ की मौत
बीएसपी सांसद ने अत्यधिक कार्यभार को SIR प्रक्रिया की सबसे गंभीर समस्या बताया। उन्होंने दावा किया कि देशभर में 19 बीएलओ अलग-अलग कारणों से जान गंवा चुके हैं। किसी को हार्ट अटैक आ रहा है, कोई आत्महत्या कर रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की SIR में टाइम एक्सटेंशन दिया जाए, बीएलओ पर वर्कलोड कम किया जाए, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए।
राजस्व मंत्री हेमंत मीणा पर निशाना
राजस्व मंत्री के “बीएपी का सूपड़ा साफ” वाले बयान पर पलटवार करते हुए रोत ने कहा आप राजस्व मंत्री हैं, बताइए आपने कितने दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोगों को पट्टे दिए? आपके विभाग का सूपड़ा साफ हो रहा है, और इसका असर सरकार पर भी पड़ रहा है। सांसद ने आरोप लगाया कि मंत्री जनता के हित में काम करने में नाकाम रहे हैं।
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