लुधियाना में हुए आतंकी एनकाउंटर की गूंज अब राजस्थान तक पहुंच गई है। श्रीगंगानगर जिले के ताखरावाली गांव के रहने वाले रामलाल और दीपक कुमार उर्फ दीपू को लुधियाना पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान घायल अवस्था में गिरफ्तार किया है। दोनों से पूछताछ जारी है और शुरुआती जानकारी ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है।
दो दिन तक फोन बंद
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस रामलाल के घर पहुंची। परिजनों ने बताया कि दीपक पिछले कई दिनों से घर पर रुका था और उसी ने रामलाल को पंजाब चलने के लिए तैयार किया। परिवार के अनुसार दो दिनों तक रामलाल का फोन बंद रहा, जिससे उन्हें किसी अनहोनी का डर सताने लगा।
होटल में पहुंचकर युवक ले गए
परिवार के सदस्य अमित ने बताया कि लुधियाना में होटल पर ठहरे हुए थे, तभी दो युवक आए और रामलाल व दीपक को अचानक पकड़कर ले गए। स्थिति संदिग्ध देखकर अमित वहां से लौट आए। बाद में मीडिया के जरिए एनकाउंटर की जानकारी मिली।
पाकिस्तान से कनेक्शन!
लुधियाना पुलिस ने घटनास्थल से हथियारों का जखीरा बरामद किया है, जिसमें पिस्तौल, कारतूस और ग्रेनेड शामिल हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दोनों पाकिस्तान में बैठे हैंडलर जसवीर के संपर्क में थे और नियमित निर्देश प्राप्त कर रहे थे। पुलिस आशंका जता रही है कि आने वाले दिनों में किसी बड़ी वारदात की तैयारी की जा रही थी।
आतंकी नहीं, धार्मिक युवक था मेरा बेटा
परिजनों के अनुसार रामलाल ने घर में छोटा मंदिर बना रखा था और दैनिक पूजा-अर्चना करता था। परिवार का कहना है कि रामलाल कभी किसी संदिग्ध गतिविधि से नहीं जुड़ा, और उन्हें पूरा विश्वास है कि दीपक ने उसका मानसिक रूप से ब्रेनवॉश किया।
गांव में दहशत और अविश्वास का माहौल
घटना के बाद ताखरावाली गांव में सन्नाटा पसरा है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने रामलाल को हमेशा शांत और धार्मिक प्रवृत्ति वाला व्यक्ति माना, इसलिए उसका नाम ऐसे गंभीर मामले में सामने आना चौंकाने वाला है।
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